राजगीर. संविधान सुरक्षा सम्मेलन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जाति जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि देश के विकास की असली शुरुआत तभी होगी, जब जाति आधारित जनगणना की जाएगी. उसके आधार पर योजनाएं बनाई जाएंगी. यह शुरुआत बिहार की धरती से हो रही है, क्योंकि यहीं से सामाजिक न्याय की चेतना ने बार-बार पूरे देश को दिशा दी है. इस अवसर पर प्रतिपक्ष के नेता को अंग वस्त्र, महात्मा बुद्ध, जरासंध की प्रतिमा, गदा आदि देकर स्वागत किया गया. हाॅल में प्रवेश करते ही राहुल गांधी का स्वागत गगनभेदी नारों न्याय की आंधी, राहुल गांधी, जय बापू, जय भीम, जय संविधान, संविधान रक्षक राहुल गांधी जिंदाबाद से किया गया. सत्य, अहिंसा, करुणा, मैत्री और न्याय की धरती राजगीर के राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आरआईसीसी) में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत केवल कुछ विशेष वर्गों का देश नहीं है. यह देश सभी जातियों, धर्मों और समुदायों का है.लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की 90 फ़ीसदी आबादी जिसमें पिछड़े, अति-पिछड़े, महादलित और अल्पसंख्यक शामिल हैं. वे आज भी विकास की मुख्यधारा से बहुत दूर हैं. यह स्थिति तब तक नहीं बदलेगी, जब तक हम देश की सामाजिक और आर्थिक वास्तविकता को पहचान कर उसे स्वीकार नहीं करते. उन्होंने आगे कहा कि जाति जनगणना केवल एक आंकड़ों का खेल नहीं है, बल्कि यह देश के एक्स-रे के समान है. जिस दिन यह जनगणना सही तरीके से होगी, उसी दिन देश की हकीकत सामने आ जायेगी. यह तय किया जा सकेगा कि किस वर्ग को कितने अधिकार, संसाधन और प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है. राहुल गांधी ने कहा कि वह देश की जनता को सच्चाई दिखाना चाहते हैं. ऐसी सच्चाई जो सत्ता में बैठे लोगों को असहज कर देती है.नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार देता है, लेकिन व्यवहार में समाज के बड़े हिस्से को शिक्षा, स्वास्थ्य, नौकरियों और संसाधनों से वंचित रखा गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार सामाजिक न्याय और भागीदारी की बात तो करती है, लेकिन नीतियों में इसका कोई ठोस प्रतिबिंब नहीं दिखाई देता. राहुल गांधी ने बिहार की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि यह लड़ाई केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और आत्मसम्मान की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जाति जनगणना के मुद्दे को लेकर संसद से सड़क तक संघर्ष करेगी. यह सुनिश्चित करेगी कि देश का प्रत्येक नागरिक अपने अधिकार और भागीदारी के साथ विकास में शामिल हो. राजगीर में संविधान सुरक्षा सम्मेलन के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि मोदी हर भाषण में खुद को ओबीसी बताते हैं. लेकिन जब अबतक जाति जनगणना ही नहीं हुई, तो वो ओबीसी कैसे हो गए? प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मोदी जी को सरेंडर करने की आदत है. ट्रंप ने सार्वजनिक तौर पर 11 बार बोला कि मैंने मोदी को सरेंडर करवाया. प्रधानमंत्री कुछ बोल नहीं पाये. वे सच्चाई से भागते हैं. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं. वे असली जाति जनगणना कभी नहीं कराएंगे, क्योंकि जिस दिन सच्चाई सामने आ जायेगी, उसी दिन उनकी सत्ता और राजनीति का अंत हो जाएगा. उन्होंने कहा कि देश की सच्चाई जाननी है तो यह समझना होगा कि किसकी कितनी भागीदारी है. हकीकत यह है कि 90 फीसदी आबादी गरीबी, शोषण, बलात्कार, अपराध और दुख से पीड़ित है. लेकिन उन्हें उनका हक और सम्मान नहीं मिल रहा है. यही सच्चाई जाति जनगणना से सामने आएगी. राहुल गांधी ने कहा भाजपा मॉडल में पिछड़े, अति पिछड़े, महादलित और अल्पसंख्यक वर्गों को कोई महत्व नहीं दिया जाता. इन वर्गों को केवल वोट बैंक समझा जाता है, लेकिन उन्हें सत्ता और नीतियों में वास्तविक भागीदारी नहीं मिलती है, जो बेहद अन्यायपूर्ण है. राहुल गांधी ने कहा कि बिहार हमेशा से सत्य, न्याय और अहिंसा की भूमि रहा है, जहां से पूरी दुनिया ने ज्ञान और शांति का संदेश पाया. नालंदा विश्वविद्यालय कभी वैश्विक शिक्षा का केंद्र था, जहां जापान, कोरिया, चीन, वियतनाम और श्रीलंका आदि जैसे देशों से लोग सीखने आते थे. लेकिन आज हालात बदल गए हैं. बिहार अब क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है. यहां के युवा बेहतर शिक्षा, रोजगार और जीवन यापन के लिए पलायन करने को मजबूर हैं. यह विडंबना है कि जो भूमि कभी दुनिया को दिशा देती थी, आज वहां के लोग दुनिया में काम ढूंढ़ रहे हैं. इस अवसर पर कांग्रेस अति पिछड़ा विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल जयहिंद ने कहा कि देश की 90 प्रतिशत आबादी कमजोर, वंचित और शोषित वर्गों की है. उन्होंने राहुल गांधी को न्याय का योद्धा बताते हुये कहा कि वे भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से अकेले मनुवादियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं. राहुल गांधी का अहिंसा, न्याय और बहुजन प्रतिनिधित्व पर दिया गया भाषण आगामी चुनावों में विकल्प के रूप में कांग्रेस की पुनर्स्थापना की दिशा में देखा जा सकता है. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि यह सिर्फ सत्ता में भागीदारी नहीं, बल्कि हिस्सेदारी की लड़ाई है. जब तक वंचित वर्गों को उनकी सही हिस्सेदारी नहीं मिलेगी, तब तक सामाजिक न्याय अधूरा रहेगा। कांग्रेस इसी उद्देश्य से संघर्ष कर रही है, ताकि सबको बराबरी का हक मिले. सम्मेलन में कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल जयहिन्द, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बीपीएससी के पूर्व सदस्य डाॅ. शिवजतन ठाकुर, पत्रकार मो. इशादुल हक ने विचार व्यक्त किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस के अतिपिछड़ा विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शशिभूषण पंडित ने किया. इस अवसर पर प्रो. मुकेश शर्मा, भागीरथ मांझी, संपूर्ण क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव पटेल, जिला अध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला, राकेश रंजन, केपी. सिंह , ईबीसी के प्रदेश अध्यक्ष शशिभूषण पंडित, अंजू बौद्ध, राम प्यारे नट और गौतम प्रीतम ने मंच साझा किया. — आरआईसीसी में राहुल गांधी का आगमन – 02:00 बजे
— संबोधन समाप्त – 03:17 बजे
— आरआईसीसी से प्रस्थान 03:23 बजेडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है