अरियरी. प्रखंड अंचलाधिकारी अंकु गुप्ता के राजोपुरम कॉलोनी स्थित किराए के मकान पर दो दिन पूर्व आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा छापेमारी की गई थी. छापेमारी के क्रम में दल सीओ अंकु गुप्ता को लेकर झारखंड के हजारीबाग लेकर चली गई थी. जहां उनका नैहर था. इस दौरान जांच पड़ताल के बाद कोई आपत्तिजनक साक्ष्य नहीं मिला है. जिसके बाद अरियरी सीओ को योगदान देने के लिए छोड़ दिया गया. शनिवार की सुबह 10 बजे उन्होंने कार्यालय पहुंचकर कर्मियों के साथ बैठक की और लंबित कार्यों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए. उन्होंने आम लोगों की समस्याएं भी सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया. छह महीने की छुट्टी के बाद उन्होंने 7 अप्रैल को अरियरी अंचल में पुनः योगदान दिया था.इधर 16 अप्रैल को उनके पति प्रिंस राज जो सुपौल के निलंबित सीओ है और उनके विरुद्ध आय से अधिक संपति अर्जित करने को लेकर आर्थिक अपराध इकाई की पटना टीम ने छापेमारी की थी. इस दौरान उनके मधुबनी में पैत्रिक और शेखपुरा में उनके पत्नी सीओ अंकु गुप्ता के आवास पर छापेमारी की थी. इस दौरान उनके पति प्रिंस राज भी शेखपुरा भी यहां मौजूद थे. दोनों को आर्थिक अपराध की तें हजारीबाग लेकर चली गई थी.
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