राजगीर. पर्यटक शहर राजगीर के वन्यप्राणी सफारी में रविवार को विश्व शेर दिवस का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. गोपाल सिंह, क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक, पटना द्वारा वन्यजीव संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वनकर्मियों को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर शेर संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने हेतु अनेकों कार्यक्रम आयोजित किये गये. डॉ. गोपाल सिंह ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले वनरक्षी, एनिमल किपर, नाइट किपर एवं वन्यजीव अनुभागों के प्रभारी कर्मचारियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया. उन्होंने इस पहल को कर्मचारियों की सेवा भावना और जिम्मेदारी को मान्यता देने वाला प्रेरक कदम बताया. कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों और विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए चित्रकला एवं पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें जंगल का राजा शेर विषय पर रचनात्मक चित्र प्रस्तुत किए गए. इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य बच्चों में वन्यजीवों, विशेषकर शेर के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता उत्पन्न करना था. प्रतिभागियों और आम जनता के लिए राजगीर जू सफारी में शेर के शावकों की हैंड-रियरिंग पर आधारित एक विशेष डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी प्रदर्शित की गई. इसमें शावकों की देखभाल, संरक्षण की प्रक्रिया और इसमें आने वाली चुनौतियों को विस्तार से दिखाया गया, जो सभी के लिए जानकारीपूर्ण और प्रेरणादायक रही. इस अवसर पर एस. सुधाकर, वन संरक्षक, पटना अंचल, राजकुमार एम, वन प्रमंडल पदाधिकारी,नालंदा तथा राम सुन्दर एम, निदेशक, जू सफारी ने शेरों के संरक्षण, उनके घटते प्राकृतिक आवास और विभागीय प्रयासों की जानकारी दी गयी. डॉ. गोपाल सिंह और एस. सुधाकर ने राजगीर जू सफारी में शेर के शावकों के सफल प्रजनन को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया. उन्होंने इसे वन्यजीव संरक्षण की दिशा में अहम कदम माना है। उन्होंने कहा कि यह सफारी केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि संरक्षण की सशक्त पहल है. कार्यक्रम के समापन पर पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. आयोजन में अजय कुमार, सहायक वन संरक्षक, डॉ संजीत कुमार, पशुचिकित्सा पदाधिकारी, शिवम सिन्हा, खुशबू, वनों के क्षेत्र पदाधिकारी, विनय कुमार सिंह, प्रधान लिपिक सहित वनपाल, वनरक्षी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे.
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