Bihar News: बिहार के नालंदा में एक किसान को पराली जलाना महंगा पड़ा है. किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. दरअसल, किसान ने अपने खेत में पराली जलाई थी. सैटेलाइट से इसकी तस्वीर ली गई, बाद में इसके आधार पर ही सत्यापन किया. मामला सत्यापित होने के बाद एक्शन लिया गया. पूरा मामला नालंदा के हरनौत का है. बता दें, इन दिनों हरनौत में सैटेलाइट के माध्यम से कृषि संबंधी कार्यों की निगरानी की जा रही है.
फोटो के आधार पर हुआ सत्यापन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 28 नवंबर को चेरो ओपी इलाके के चखाविंद गांव के रहने वाले किसान रामजी सिंह अपने खेत में पराली जला रहे थे. इसी क्रम में उनकी तस्वीर सैटेलाइट से ले ली गई थी. तस्वीर के माध्यम से ही मामले का सत्यापन किया गया. मामला सही पाए जाने के बाद उन पर एफआईआर दर्ज किया गया. बता दें कि सरकार की तरफ से लगातार किसानों को चेतावनी दी जा रही है कि वे पराली नहीं जलाएं. इसके बावजूद इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं.
पराली में आग लगाने का उद्देश्य
पराली में आग लगाने का सीधा उद्देश्य यह माना जाता है कि इसके बाद जल्दी दूसरी फसल उगाई जा सके. किसान अपने फायदे को देखते हुए पराली जला देते हैं इससे सीधे तौर पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है. प्रशासन की तरफ से लगातार किसानों को पराली न जलाने को लेकर दिशा-निर्देश भी दिए जाते हैं. अब नालंदा में एक किसान पर केस दर्ज कर दूसरों के लिए यह चेतावनी दे दी गई है कि अगर इस तरह का काम किया गया तो अन्य पर भी एक्शन लिया जा सकता है.
पराली जलाने पर होगी कार्रवाई
मामले को लेकर चेरो ओपी थाना प्रभारी विकेश कुमार ने बताया कि बिरजुमिल्की के चखाविंद गांव के खंधे में एक किसान के द्वारा खेत में पराली जलाई जा रही थी. डीएम शशांक शुभंकर के निर्देश पर सैटेलाइट से प्राप्त फोटो के आधार पर उसका सत्यापन किया गया. इसके बाद किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. उन्होंने एक बार फिर से दिशा निर्देश देते हुए कहा कि किसान पराली न जलाएं. यदि कोई किसान खेत में पराली जलाते पकड़े जाते हैं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी.