मुजफ्फरपुर में चल रहे निजी नर्सिंग होम, क्लीनिक और अस्पतालों की स्वास्थ्य विभाग जांच करेगा. इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. यह टीम जांच कर स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट सौंपेगी. इसके आधार पर निजी नर्सिंग होम, क्लीनिक और अस्पतालों पर कार्रवाई होगी. डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को विशेष टीम गठित कर जिले में चल रहे सभी निजी अस्पतालों की जांच का आदेश दिया है. उन्होंने कहा है कि कई निजी नर्सिंग होम बिना प्रावधान के ही संचालित हो रहे हैं. कई निजी अस्पतालों में मापदंड का पालन नहीं हो रहा है. वहीं डॉक्टरों की डिग्री भी शक के दायरे में है.
बीते दिनों में कई नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मरीजों की मौत के बाद हुए बवाल होने के साथ ही नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की घटना हुई हैं. इसके बाद डीएम ने कई निजी अस्पताल अवैध तरीके से चलने के मामले देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है. सिविल सर्जन उमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि टीम जांच के दौरान देखें कि अस्पतालों और नर्सिंग होम में जो डॉक्टर, नर्स और पारामेडिकल स्टाफ मौजूद हैं, वह नियमित हैं या फिर उन्हें हायर करके बुलाया गया है. अगर अस्पताल में सर्जरी की व्यवस्था है तो सर्जन हैं या नहीं. अगर सर्जन हैं तो उनकी डिग्री कहां की है. साथ ही महिला चिकित्सक हैं तो उनकी डिग्री से लेकर उनका पूरा डाटा भी चेक किया जायेगा. अगर नर्सिंग होम व हॉस्पिटल जांच के दौरान मानकों के अनुसार नहीं हुए तो प्रबंधक पर कार्रवाई की जायेगी और अस्पताल को सील कर दिया जायेगा.