Bihar Ka Mausam: राजधानी में 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस गिर गया, जिससे यह सीजन का सबसे ठंडा दिन बन गया. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, इस वर्ष 19 दिसंबर को पटना पिछले 14 वर्षों में सबसे ठंडा रहा, जबकि हवा में नमी की मात्रा 94 प्रतिशत है और घने कोहरे का प्रभाव है.
पटना में दिन और रात के तापमान का अंतर सिमटकर महज 1.7 डिग्री सेल्सियस रह गया है, जो इस सीजन की सबसे खतरनाक ठंड का संकेत है.
सूरज के बिना बीत रहे दिन, शीतलहर का असर
शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन बिहार के किसी भी जिले में सूरज के दर्शन नहीं हुए. राजधानी पटना की हालत सबसे ज्यादा खराब रही, जहां दिनभर शीतलहर जैसी स्थिति बनी रही. ठंडी पछुआ हवाओं के चलते अधिकतम तापमान सामान्य से 8 से 10 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया. हालात ऐसे बने कि कई जिलों में दिन का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे दर्ज किया गया. डेहरी में अधिकतम तापमान 12.5 डिग्री और पटना में 14.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो इस मौसम का अब तक का सबसे कम स्तर माना जा रहा है.
इन जिलों में रेड अलर्ट, विजिबिलिटी बेहद कम
IMD के अनुसार पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर में अत्यंत घना कोहरा और कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है.
इन इलाकों में विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो सकती है, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात पर बड़ा असर पड़ने की आशंका है. पटना, गया, भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार, जमुई, मुंगेर और सहरसा समेत शेष जिलों में घने कोहरे के कारण ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
रात और दिन का पारा लगभग बराबर
ठंड की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पटना में अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच का अंतर महज 1.7 डिग्री सेल्सियस रह गया है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शहर का अधिकतम तापमान 14.8 डिग्री और न्यूनतम 13.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह स्थिति बताती है कि ठंड अब केवल रात की नहीं, बल्कि पूरे दिन की समस्या बन चुकी है.
स्कूलों के समय बदले, अस्पताल अलर्ट मोड में
कड़ाके की ठंड को देखते हुए पटना, बक्सर, भोजपुर, नालंदा, जहानाबाद, औरंगाबाद और पश्चिम चंपारण में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है. पटना में स्कूल अब सुबह 10 बजे से खोले जा रहे हैं. वहीं, शीतलहर के खतरे को देखते हुए सिविल सर्जन ने सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं.
कब मिलेगी राहत?
मौसम विभाग की मानें तो 23 दिसंबर तक बिहार को इस कड़ाके की ठंड और घने कोहरे से राहत मिलने की संभावना नहीं है. अगले कुछ दिनों तक अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के संकेत नहीं हैं और शीत दिवस जैसी स्थिति बनी रहेगी. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और ठंड से बचाव के सभी उपाय अपनाने की सलाह दी गई है.
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