Bihar, कैलाशपति मिश्र: उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार को बताया कि देश में नई कर व्यवस्था, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी ) लागू होने से बिहार जैसे बड़े मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट बिहीन और उपभोक्ता बहुल राज्य में सालाना 30000 करोड़ राजस्व मिल रहा है. जीएसटी लागू होने से पहले वर्ष 2017-18 में राज्य का कर संग्रह 20,000 करोड़ था. जो जीएसटी लागू होने के आठ साल के अंदर बढ़कर 41623 करोड़ तक पहुंच गया है.
डिप्टी सीएम ने दी जानकारी
चौधरी, मंगलवार को पटना के अधिवेशन भवन में जीएसटी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.उन्होंने इसे राज्य के ईमानदार अधिकारियों की सफलता बताया.मौके पर श्री चौधरी ने करदाताओं को सम्मानित करने के लिए भामाशाह सम्मान की शुरुआत की.उन्होंने ने कहा कि करदाता ही राज्य सरकार के लिए भामाशाह हैं. कार्यक्रम को वाणिज्य कर विभाग के आयुक्त सह सचिव संजय कुमार सिंह,बीआइए के केपीएस केसरी और बीसीसीआइ के सुभाष पटवारी ने भी संबोधित किया. मौके पर सेंट्रल जीएसटी के कमिश्नर विजय कुमार सिंह,अपर आयुक्त सीवेन कुमार,आइओसीएल के इडी संजीव चौधरी,बीपीसीएल के डीजीएम मनीष कुमार और एचपीसीएल के राजेन आदि उपस्थित थे.
सरकारी तेल कंपनियों राज्य को वैट के रूप में दिया 9540 करोड़
चौधरी ने बताया कि केद्र सरकार के उपक्रम इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने 5,083 करोड़, भारत पेट्रोलियम ने 2,572 करोड़ और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने 1,885 करोड़ वैट के रूप में राज्य सरकार को दिया है. जबकि एनटीपीसी ने हजार करोड़ ,अल्ट्राटेक सीमेंट ने 303 करोड़ और श्री सीमेंट ने 255 करोड़ जीएसटी दिया है.
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बिहार में छह एयरपोर्ट से होगा कॉमर्शियल उड़ान
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में 13 एयरपोर्ट बनेगा.छह एयरपोर्ट कॉमर्शियल उड़ान होगा.राज्य सरकार ने हवाइ यातायाता को बढ़ाने के लिए एयर टबाइन फ्यूल पर वैट 28% से कम करके 4% कर दिया है.राज्य में सड़कों की स्थिति इतनी अच्छी हो गई है कि पटना से सबा घंटे में गयाजी,बेगूसराय,मुजफ्फरपुर और बक्सर जा सकते हैं.