Bihar News: बिहार के गया में तेज बारिश और ओलावृष्टि से कई गांवों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. राजन पंचायत के लालगढ़ में करीब 25 एकड़ में लगी तरबूज की फसल नष्ट होने के कगार पर है. वहीं नसेर में भी दलहन और गेहूं की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. इसके बाद लालगढ़ निवासी किसान ने बताया कि लालगढ़ गांव चारों तरफ से नदी से घिरा हुआ है. यहां की मुख्य खेती तरबूज और मकई है. फसल बर्बाद होने से गांव के किसान मायूस और चिंतित हैं. गौरतलब है कि एक अनुमान के अनुसार प्रत्येक किसान को करीब डेढ़ से दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
नसेर निवासी किसान ने बताया कि पूरे गांव में खेत से खलिहान तक लगभग 40 बीघे की दलहन बारिश से भींगने के कारण नष्ट हो गई है. वहीं गेहूं के फसल को भी भारी नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि नसेर में करीब 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इस आपदा के लिए ग्रामीणों ने उचित मुआवजे की मांग की है. जिले के बाराचट्टी में मौसम के मिजाज में आये बदलाव के साथ ही प्रखंड क्षेत्र के कई इलाकों में जमकर ओलावृष्टि हुई. ओलावृष्टि के कारण खेतों में लगी सब्जियां, गेहूं और सरसों की फसलों को भारी नुकसान होने का अनुमान है. बीबीपेसरा गांव के किसान विजय कुमार सिंह ने बताया कि उनकी लौकी, भंटा, भिंडी व टमाटर आदि सब्जियों की फसलें पत्थर की मार से बुरी तरह बर्बाद हो गयीं. ऐसे कई अन्य किसानों ने भी नुकसान होने की बातें बतायीं. पीड़ित किसानों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.
कृषि मंत्री ने किया ऐलान
आपको बता दें कि किसानों का सरसों, गेहूं, सब्जी की खेती, चना, प्याज, अरहर समेत अन्य फसलों को भारी क्षति पहुंची है. इससे पहले रविवार को भी बारिश और ओलावृष्टि फसलों के बर्बाद होने का कारण बना था. वहीं इन सबके बाद कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने ओलावृष्टि से क्षति की रिपोर्ट आने पर मुआवजे का ऐलान किया है. कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने बताया है कि राज्य में 17-20 मार्च के बीच तेज हवा व ओलावृष्टि से फसलों का नुकसान हुआ है. इसको लेकर सभी डीएम से क्षति की रिपोर्ट मांगी गयी है. रिपोर्ट मिलते हुए फसलों की क्षति का मुआवजा किसानों को दिया जायेगा.
कृषि पदाधिकारियों को समीक्षा का निर्देश
कृषि बताया कि गया, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों से अब तक जो ब्योरा प्राप्त हुआ है, उसके अनुसार 16,531 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की क्षति हुई है. अभी अन्य जिलों से रिपोर्ट की मांग की गयी है. इसको लेकर बिहार के सभी कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है. वह इसकी तीन बार समीक्षा करेंगे. इसके बाद डीएम के माध्यम से जो अंतिम रिपोर्ट मिलेगी, जिसके आधार पर मुआवजे का भुगतान किया जायेगा.
Published By: Sakshi Shiva