Bihar Cabinet, राजदेव पांडेय, पटना: आजादी के बाद 1952 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी. इस सरकार में मुख्यमंत्री समेत कुल 16 मंत्री बनाये गये थे. इनमें 12 कैबिनेट और तीन उप मंत्री बनाये गये थे. इस मंत्रिपरिषद में मिले जातीय प्रतिनिधित्व की बात करें तो सबसे अधिक हिस्सेदारी भूमिहार और मुस्लिम वर्ग के निर्वाचित सदस्यों को जगह दी गयी. भूमिहार समाज से मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिन्हा समेत तीन मंत्री बने थे. वहीं मंत्रियों में तीन मंत्री मुस्लिम समाज के भी थे. 15 सदस्यीय मंत्री परिषद में तीन मुसलमानों को प्रतिनिधित्व को आज भी मॉडल माना जा सकता है.
10 जाति के सदस्य बनाए गए थे मंत्री
आधिकारिक एवं प्रमाणित दस्तावेजों पर आधारित जानकारी के अनुसार इस मंत्री परिषद में कुल 10 जाति/ वर्ग के सदस्य मंत्री बनाये गये थे. इसमें आठ विभिन्न जातियों मसलन भूमिहार,राजपूत, कायस्थ, ब्राम्हण, पासवान, यादव, कुर्मी एवं एक मुस्लिम वर्ग के प्रतिनिधि शामिल रहे. एक उप मंत्री क्षेत्रीय आधार पर बिहारी बंगाली निर्वाचित प्रतिनिधि को उप मंत्री बनाया गया था. मंत्रियों के अलावा इस मंत्रिपरिषद में तीन संसदीय सचिव भी बनाये गये थे. तीन संसदीय सचिवों में एक सदस्य आदिवासी को भी रखा गया था.
मंत्रिपरिषद में किस जाति के कौन बने थे मंत्री
| जाति | मंत्री |
| भूमिहार | डॉ श्री कृष्ण सिन्हा (मुख्यमंत्री) रामचरित्र सिंह (कैबिनेट) महेश प्रसाद सिंह (कैबिनेट) |
| मुस्लिम वर्ग | शाह मोहम्म्द वजीर मुनिमी (कैबिनेट) मोहम्म्द शफी (कैबिनेट) ए ए एम नूर (उप मंत्री ) |
| राजपूत | अनुग्रह नारायण सिन्हा (कैबिनेट) दीप नारायण सिंह (कैबिनेट) |
| कायस्थ | के बी सहाय (कैबिनेट) आचार्य बद्री नारायण वर्मा (कैबिनेट) |
| ब्राम्हण | हरीनाथ मिश्रा (कैबिनेट) |
| यादव | शिवनंदन प्रसाद मंडल (कैबिनेट) |
| पासवान | भोला पासवान शास्त्री (कैबिनेट) |
| कुर्मी | देव शरण सिंह (कैबिनेट) वीरचंद्र पटेल (उपमंत्री ) |
| रविदास | चंद्रिका राम (संसदीय सचिव) |
| कोइरी | देवेंद्र महतो (संसदीय सचिव) |
| अनुसूचित जनजाति | भागीरथ सिंह |
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