बिहार: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद शुक्रवार को मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया गया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सबसे पसंदीदा विभाग “गृह” सहयोगी बीजेपी के खाते में डाल दिया. गृह विभाग अपने खाते में आने के बाद बीजेपी ने मौके पर चौका मारते हुए सम्राट चौधरी को तुरंत गृहमंत्री बना दिया. सम्राट के गृहमंत्री बनने के बाद जहां विपक्ष बीजेपी और नीतीश कुमार पर हमलावर है. वहीं, उनके समर्थन में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी उतर आए हैं. शनिवार को पटना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इस फैसले का समर्थन किया है और कहा है कि सीएम नीतीश ने बहुत सोच समझकर यह फैसला लिया है.य

राजहित में हुआ फैसला: जीतन राम मांझी
शनिवार को पटना में मीडिया से बात करते हुए मांझी ने सम्राट चौधरी को बिहार में गृहमंत्री बनाए जाने के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह फैसला राजहित में हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कौशल और कार्यकुशलता को दर्शाया है. सम्राट चौधरी को गृह मंत्री बनाने का फैसला उचित हुआ है. यह किसी बहस का विषय नहीं है.” वहीं, बिहार सरकार में मंत्री और जदयू नेता अशोक चौधरी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह अच्छी बात है कि सम्राट चौधरी को होम मिनिस्ट्री दी गई है. वह मंत्रालय की जरूरतों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे. नीतीश कुमार ने बहुत सोच-समझकर यह फैसला लिया है.”
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नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाए गए हैं मांझी के बेटे
बता दें कि नीतीश कैबिनेट में जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन भी मंत्री बनाए गए हैं. उन्हें बिहार सरकार में लघु जल संसाधन मंत्री बनाया गया है. इस चुनाव में हम को 6 सीटें मिली थी जिसमें से वह 5 सीटों को जीतने में कामयाब रही थी.
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