Bihar Board Exam: बिहार में आज से मैट्रिक परीक्षा की शुरुआत हो गई है, जो 25 फरवरी तक चलेगी. इस बार राज्यभर के 1677 परीक्षा केंद्रों पर 15.85 लाख छात्र परीक्षा देंगे, जिनमें 7.67 लाख छात्र और 8.18 लाख छात्राएं शामिल हैं. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जा रही है, जिसमें पहले दिन मातृभाषा (हिंदी/उर्दू/बंगला/मैथिली) विषय की परीक्षा होगी.
देरी हुई तो सेंटर में नहीं मिलेगी एंट्री
बिहार बोर्ड ने परीक्षा में अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं. छात्रों को परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य होगा. पहली पाली के लिए एंट्री सुबह 8:30 से 9:00 बजे तक और दूसरी पाली के लिए दोपहर 1:00 से 1:30 बजे तक ही दी जाएगी. देरी से पहुंचने वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी.
पेपर लीक और नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम
बोर्ड ने परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं. सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी मॉनिटरिंग पटना स्थित कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से की जा रही है. इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
दीवार फांदी तो 2 साल के लिए परीक्षा से बाहर
बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने स्पष्ट किया है कि परीक्षा केंद्र में जबरदस्ती घुसने या दीवार फांदने की कोशिश करने वाले छात्रों को 2 साल के लिए परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा. इतना ही नहीं, ऐसे छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. अगर किसी परीक्षा केंद्र के सुपरिटेंडेंट या कर्मी ने ऐसे छात्र को परीक्षा में बैठने दिया, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी.
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बिना चारदीवारी वाला कोई भी सेंटर नहीं रहेगा
बिहार बोर्ड ने सभी परीक्षा केंद्रों को चारदीवारी से सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं. जहां स्थायी बाउंड्री नहीं है, वहां अस्थायी बाउंड्री बनाई गई है और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. बिहार बोर्ड की सख्ती के बीच आज से परीक्षा शुरू हो चुकी है. अब यह देखना होगा कि कड़े नियमों के बावजूद परीक्षा कितनी निष्पक्ष और सुचारू रूप से संपन्न होती है.
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