आरा : 29 मार्च को पवना में हुए गुलाब राम की हत्या के मामले में भाकपा माले के तीन नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर भाकपा माले के नेता शनिवार को सड़क पर उतरे. कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर सड़क जाम कर यातायात को बाधित कर दिया.
वहीं डाउन में खड़ी संघमित्र एक्सप्रेस को स्थानीय स्टेशन पर रोक कर रेलवे यातायात को भी बाधित कर दिया. बंद के मद्देनजर प्रशासन ने जगह – जगह पुलिस बलों के तैनाती की गयी थी, ताकि कोई विधि – व्यवस्था की समस्या न उत्पन्न हो. पुलिस द्वारा फर्जी केश में माले नेताओं को फंसाये जाने को लेकर भाकपा माले के कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर गये. बस स्टैंड के समीप आरा – पटना मुख्य मार्ग को जाम कर यातायात को बाधित कर दिया. वहीं कार्यकर्ताओं का एक हुजूम स्थानीय स्टेशन पहुंच कर डाउन में खड़ी संघमित्र एक्सप्रेस को रोक कर नारेबाजी की, जिससे डाउन में जानेवाली कई ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं. इधर आरा – पटना मुख्य मार्ग पांच घंटे तक जाम रहने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारे लगी रहीं. जाम कर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
इस मौके पर जवाहर लाल सिंह ने कहा कि जब – जब चुनाव आता है हमारी पार्टी के नेताओं को झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल में डाल देने की साजिश रची जाती है. वहीं सहार, तरारी, पीरो, संदेश, गड़हनी, चरपोखरी, जगदीशपुर, कोईलवर, बिहिया, शाहपुर सहित कई जगहों पर माले कार्यकर्ताओं ने सड़क व रेल मार्ग को अपना निशाना बनाया. साथ ही माले नेताओं का नाम उच्च स्तरीय जांच कर हटाने की मांग की. अगर ऐसा नहीं किया गया तो माले द्वारा अनवरत आंदोलन जारी रखा जायेगा. वहीं भाकपा माले के चक्का जाम के समर्थन में आइसा छात्र संगठन से जुड़े छात्र भी सड़क पर उतर कर अपना समर्थन दिया. वहीं जिला प्रशासन व बिहार सरकार के खिलाफ आक्रोश पूर्ण नारेबाजी की.
नेताओं का कहना था कि आइसा नेता मनोज मंजिल, माले नेता रघुवर पासवान तथा सतीश यादव को इस हत्या के मामले में जान बूझ कर फंसाया गया है. नेताओं को बिना शर्त हत्या के मामले से निकाले जाने की मांग कर रहे थे. इस मौके पर शिव प्रकाश रंजन, सबीर , राजू राम, संदीप, संजय साजन, पप्पू कुमार, चंदन कुमार सहित कई नेता शामिल थे. वहीं बंद को लेकर भाकपा माले नेता सुदामा प्रसाद, क्यामू दीन, रामानुज सिंह, शिवमंगल सिंह, गोपाल प्रसाद, सुरेश पासवान, रमेश सिंह, विजय राम दयाल पंडित, धर्मेद्र सिंह, निलम कुंवर, विषुन ठाकुर, विनोद सिंह, कैलाश पाठक, मकबुल आलम, उत्तम प्रसाद, हरेंद्र सिंह के नेतृत्व में अलग – अलग जगहों पर जाम किया गया था.
संदेश प्रतिनिधि के अनुसार, पवना थाने में पिछले सप्ताह हुई गुलाब राम की हत्या के मामले में साजिश के तहत माले नेता को समझाने के विरोध में शनिवार को भोजपुर बंद रखा गया. संदेश में भी माले कार्यकर्ताओं ने अहपूरा पंचायत के मुखिया धर्मेद्र सिंह के नेतृत्व में बाजार बंद कराया. जाम करनेवालों में अजीत कुमार, जयराम पासवान, भगवती चौधरी, दौलातो देवी, विशु सोनी आदि मौजूद थे.