आरा : बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन ने अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को जिला समाहरणालय के समक्ष विशाल प्रदर्शन किया, जिसका नेतृत्व बालमुकुंद चौधरी ने किया.
पूर्वी गुमटी स्थित पुराना माले कार्यालय से मजदूरों का एक विशाल जुलूस निकला, जो शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए कृषि भवन स्थित जिला समाहरणालय पहुंचा और अपनी मांगों को लेकर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया. बाद में प्रदर्शन सभा में तब्दील हो गया.
सभा को संबोधित करते हुए एक्टू के जिला सचिव यदुनंदन चौधरी ने कहा कि पूर्व में मजदूरों के हित में बने 44 कानूनों को वर्तमान सरकार ने उसे चार कोड बिल बनाकर कॉरपोरेट के पक्ष में करने का काम किया है. वेतन भुगतान अधिनियम 1936 ख, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1946 ए, बोनस भुगतान अधिनियम 1964 और सामान पारिश्रमिक अधिनियम 1996 को समाप्त किया जा रहा है, जो मजदूरों के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि इन मांगों को लेकर 28 नवंबर को श्रम मंत्री, पटना के समक्ष विशाल प्रदर्शन किया जायेगा.
उन्होंने मजदूरों से अधिक-से-अधिक संख्या में भागीदारी निभाने की अपील की. प्रदर्शन में यूनियन के अध्यक्ष गोपाल जी, जानकी प्रसाद सिंह, मदनमोहन प्रसाद, विजय राय, सुधीर कुमार, रमेश राम, देवमुनि सिंह, उमेश पासवान, संतोष जी, हीरालाल, किरण जी, लालमोहर आदि मुख्य रूप से शामिल थे.
