आरा/बिहिया : आरा-बक्सर एनएच 84 स्थित बिहिया थाना क्षेत्र के बिहिया चौरास्ता पर बुधवार की दोपहर में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के ग्रामीणों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा राहत उपलब्ध नहीं कराये जाने को लेकर हाइवे को जाम कर दिया. जाम का नेतृत्व भाजपा नेता ललन यादव ने किया.
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बाढ़पीड़ितों ने किया आरा-बक्सर हाइवे जाम
आरा/बिहिया : आरा-बक्सर एनएच 84 स्थित बिहिया थाना क्षेत्र के बिहिया चौरास्ता पर बुधवार की दोपहर में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के ग्रामीणों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा राहत उपलब्ध नहीं कराये जाने को लेकर हाइवे को जाम कर दिया. जाम का नेतृत्व भाजपा नेता ललन यादव ने किया. जाम करनेवालों में सैकड़ों की संख्या […]
जाम करनेवालों में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व पुरुष शामिल रहे. दोपहर 12 बजे ग्रामीणों द्वारा सड़क जाम करते ही आरा-बक्सर हाइवे समेत बिहिया रोड, गौरा-बेनवलिया रोड पर छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं, जिससे अफरा-तफरी मची रही.
जाम का नेतृत्व कर रहे भाजपा नेता ललन यादव ने कहा कि 15 दिनों से प्रखंड की पांच पंचायतों कटेया, दोघरा, कल्याणपुर, पीपरा जगदीश एवं फिनगी के ग्रामीण भारी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं, फिर भी प्रशासन द्वारा न तो नाव की व्यवस्था की गयी और न ही राहत के लिए सहयोग किया गया. किसानों की फसल बर्बाद हो गयी.
फिर भी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों को बाढ़ग्रस्त घोषित नहीं किया गया. बोले कि पशुओं को चारे की किल्लत के अलावा लोगों का आवागमन और रहना-खाना मुहाल हो गया है, लेकिन प्रशासन के अधिकारी सिर्फ आश्वासन ही दे रहे हैं. मालूम हो कि सोमवार को बाढ़ पीड़ितों ने राहत मुहैया कराने को लेकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय बिहिया का घेराव किया था.
भाजपा नेता ने बताया कि मांगों को लेकर गुरुवार को पुनः अंचल कार्यालय बिहिया में तालाबंदी की जायेगी. तीन घंटों तक सड़क जाम रहने के बाद भी किसी पदाधिकारी के नहीं पहुंचने पर शाम तीन बजे वाहनों की लंबी कतार को देखते हुए जाम समाप्त कर दिया गया, तब जाकर यातायात सामान्य हो पाया. जाम में मुन्ना राय, कासिम मियां, जानकी देवी, माधो यादव, सियाराम यादव, हरेंद्र पाल, मुन्ना गोंड, सुरेंद्र पाल, अक्षय कहार, भीम पासवान, योगेंद्र पासवान, रामू पासवान के अलावा सैकड़ों लोग शामिल रहे.
बाढ़पीड़ितों को सहायता देने में जिला प्रशासन व सरकार विफल : अंसारी. आरा. भाकपा माले नेता क्यामुद्दीन अंसारी ने एक बयान में कहा है कि बाढ़ ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. चारों तरफ त्राहिमाम है, लेकिन राज्य सरकार सोयी हुई है.
उन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार जून माह से ही बाढ़ से मुकाबला करने की योजना बना रही थी, पर बाढ़ आने के बाद इनकी सभी योजनाएं पानी में बह गयीं. अंसारी ने सदर एसडीओ से दूरभाष पर बात कर कौशिक-दुलारपुर, धुधुआं, बसंतपुर सहित कई गांवों में नाव भेजने की मांग की.
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