आरा : जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि बिहटा स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना और जिला स्वच्छता समिति भोजपुर के बीच में ठोस एवं द्रव कचरा प्रबंधन के निहितार्थ एमओयू के तहत साझा समझौता के कार्यक्रम की रूपरेखा पर हस्ताक्षर किये गये हैं.
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ठोस और द्रव कचरा प्रबंधन से पर्यावरण होगा संरक्षित : डीएम
आरा : जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि बिहटा स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना और जिला स्वच्छता समिति भोजपुर के बीच में ठोस एवं द्रव कचरा प्रबंधन के निहितार्थ एमओयू के तहत साझा समझौता के कार्यक्रम की रूपरेखा पर हस्ताक्षर किये गये हैं. उन्होंने कहा कि आइआइटी की ओर से […]
उन्होंने कहा कि आइआइटी की ओर से एसोसिएट डीन सुपर्णा साहा तथा जिला जल एवं स्वच्छता समिति की ओर से उप विकास आयुक्त शशांक शुभंकर ने हस्ताक्षर किये. डीएम ने कहा कि इससे जिले में जहां पर्यावरण संरक्षण, रोजगार सृजन के साथ- साथ नये-नये तकनीक विकसित होने के अवसर पैदा होंगे. वहीं, इसका भरपूर लाभ कृषि के विकास की संभावनाओं को मिलेगा.
उक्त समझौता भोजपुर जिले के लिए भविष्य में विकास के नये-नये अवसर पैदा करने में वरदान साबित होगा. उन्होंने कहा कि इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत भोजपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की तीन पंचायतों को प्रथम चरण में चयनित किया गया है, जिनमें जगदीशपुर प्रखंड की दावां, बड़हरा प्रखंड की नरगदा तथा उदवंतनगर प्रखंड की वामपाली पंचायत शामिल है. इसके लिए आइआइटी में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से कार्यक्रम की रूपरेखा तथा रोड मैप प्रस्तुत किया गया.
आइआइटी संस्थान के द्वारा भोजपुर जिले में कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में तकनीकी पार्टनर की भूमिका प्रदान करते हुए तकनीकी सहयोग प्रदान किया जायेगा. वहीं, संस्थान द्वारा इस कार्य के निमित्त जगदीशपुर प्रखंड की दावा पंचायत का भ्रमण किया गया है तथा उस पंचायत में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कार्यारंभ करने की योजना बनायी गयी है.
इसके लिए भोजपुर जिले में कर्मियों को इस कार्य के लिए प्रशिक्षण दिये जायेंगे. सेमिनार का आयोजन किया जायेगा तथा कर्मियों का क्षमता वर्धन कर उन्हें इस कार्य विशेष के लिए दक्ष एवं कुशल बनाया जायेगा. इससे रोजगार सृजन, कृषि का विकास ,पर्यावरण संरक्षण आदि का कार्य संपन्न होगा. संस्थान द्वारा वर्तमान में तैयार रोड मैप के तहत 11 सितंबर, 2019 से जुलाई 2020 तक की योजना बनायी गयी है.
वर्तमान में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तीन पंचायतों दावा, बामपाली एवं नरगदा को चयनित किया गया है. इसके साथ ही भोजपुर जिला पर्यावरण संरक्षण और कृषि के विकास के क्षेत्र में एक छालांग लगाने की ओर अग्रसर हो गया है, जिससे प्रतिदिन सड़क के किनारे फेंके जानेवाले ठोस एवं द्रव कचरा का अब शत प्रतिशत सदुपयोग होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
इस कार्य के बेहतर संपादन और आइआइटी के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के निदेशक प्रमोद कुमार को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है. इस अवसर पर आइआइटी के निदेशक, विभिन्न फैक्लटी के एसोसिएट प्रोफेसर,डीपीआरओ प्रमोद कुमार, जिला जल स्वच्छता से जुड़े निखिल कुमार तथा मनोज कुमार आदि उपस्थित थे. वहीं, दूसरी ओर सभी सदस्यों को पौधा देकर किया गया सम्मानित.
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