आरा : पटना-मुगलसराय रेलखंड पर ट्रेनों के बेहतर संचालन के लिए आईबीएच सिग्नल लगाने का काम किया जा रहा है. आईबीएच सिग्नल के लग जाने से एक सेक्शन में दो ट्रेनें चल सकेंगी. इससे समय की बचत होगी. फिलहाल आरा व कुल्हड़िया हॉल्ट के बीच जमीरा हॉल्ट व कारीसाथ व बिहिया के बीच सर्वोदय हॉल्ट पर आईबीएच लगाया जा चुका है.
आनेवाले दिनों हर स्टेशन के बीच आईबीएच सिग्नल लगाने की रेलवे की योजना है, ताकि ट्रेनों को रफ्तार दिया जा सके. कम समय में ट्रेनें अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच सकें. इससे समय की काफी बचत होती है. सिग्नल व्यवस्था दुरुस्त रहने पर ज्यादा गाड़ियों के रहने पर भी ट्रेनों को चलाने में दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि मुगलसराय-इलाहाबाद-कानपुर-गाजियाबाद सेक्शन पर ऑटोमेटिक सिग्नल प्रक्रिया है. इसके कारण एक सेक्शन में चार से पांच गाड़ियां चलती हैं.
क्या है आईबीएच सिगनल प्रणाली : आईबीएच आधुनिक सिग्नल प्रणाली है. यह दो स्टेशनों के बीच लगाया जाता है. दो स्टेशनों के बीच लंबी दूरी रहने पर यह सिग्नल प्रणाली काफी कारगर होती है, जिस सेक्शन पर आईबीचए प्रणाली नहीं है. वहां पर एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पार करने के बाद बैक रिपोर्ट मिलने के बाद ही पीछे की गाड़ियों को चलाया जाता है, लेकिन आईबीएच सिग्नल प्रणालीवाले सेक्शन में स्टेशन से बैक रिपोर्ट मिलने का इंतजार नहीं करना होगा. उदाहरण के तौर पर कारीसाथ से ट्रेन निकलने के बाद सर्वोदय हॉल्ट से गुजरते ही पीछे की ट्रेनों के लिए सिग्नल थ्रू कर दिया जाता है. ऐसे में पीछेवाली गाड़ी आईबीएच तक आ जाती है. अगर लाइन क्लीयर नहीं है, तो वहीं रुक जायेगी और क्लीयर होने पर आगे बढ़ जाती है.
स्टेशन से ही होता है कंट्रोल : आईबीएच सिग्नल को स्टेशन से दूर लगाया जाता है, लेकिन इसका कंट्रोल स्टेशन से ही होता है. अप की गाड़ियों को कारीसाथ से कंट्रोल किया जाता है. वहीं डाउन की गाड़ियों को बिहिया स्टेशन से कंट्रोल किया जाता है. आनेवाले दिनों से सभी स्टेशनों के बीच आईबीएच सिग्नल लगाने की योजना पर रेलवे काम कर रहा है.
इन जगहों पर लगा है आईबीएच
नेउरा व बिहिटा के बीच सदीशोपुर
आरा व कुल्हड़िया के बीच जमीरा हॉल्ट
कारीसाथ व बिहिया के बीच सर्वोदय हॉल्ट
चौसा व गहमर के बीच पवनी कमरपुर हॉल्ट
गहमर चौसा के बीच बाराकला हॉल्ट
धीना व सकलडीह के बीच तुलसी आश्रम हॉल्ट
क्या कहते हैं अधिकारी
आईबीएच प्रणाली से एक सेक्शन में दो ट्रेनें चलती हैं. इससे ट्रेनों के संचालन में अासानी हो रही है. रेलवे संरक्षा के साथ समयनुपालन पर भी ध्यान दे रहा है, ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो. यात्रियों को आवागमन में समय की काफी बचत होगी.
संजय प्रसाद, पीआरओ, दानापुर रेलमंडल