पीरपैंती प्रखंड के लक्ष्मी नारायण हाई स्कूल मैदान में आयोजित पीरपैंती प्रीमियर लीग का फाइनल मैच गुरुवार को जीनत इंटरप्राइजेज और आइजल वॉरियर्स के बीच हुआ. इससे पहले बीडीओ अभिमन्यु कुमार सहित अन्य अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया. ओपनिंग सेरेमनी में आतिशबाजी की गई. मैदान में दर्शकों की संख्या लगभग 2000 के आसपास थी. वहीं पहले बल्लेबाजी करते जीनत इंटरप्राइजेज की टीम ने 16 ओवरों में 235 रन का स्कोर खड़ा किया. मो अली ने 24 गेंद में 56 रनों व शुभम यादव ने अर्धशतक 17 गेंद में लगाया. 235 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आइजल वॉरियर्स की टीम 16 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 223 रन ही बना सकी. बंधन ने 39 गेंद में 87 रनों की पारी खेली. विजेता टीम को 60 हजार का चेक और उपविजेता टीम को 40 हजार का चेक दिया गया. टूर्नामेंट के दौरान संजीवनी गंगा संस्था ने खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों और अतिथियों का भरपूर सहयोग किया. कॉमेंटेटर की भूमिका में अनिल राय रहे. विधायक मुरारी पासवान, प्रमुख रश्मि कुमारी, मुखिया अरविंद साह, सरपंच कुलदीप खेतान, जानिसार असलम, अमित कटारूका, मो अयाज, मो लाल उर्फ साजिद, मो राजिक, कारगिल सिंह, मो चिंटू, मो मौसम रजा, मो साहिद अली, पीरपैंती मुखिया गुलफ्सा परवीन, गोविंदपुर मुखिया कुंदन यादव मौजूद रहे.
स्कूल के खाना में जहर की अफवाह
पीरपैंती प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला बाबूपुर में दोपहर के खाने में जहर का आरोप बच्चों ने लगाया. स्कूल के बच्चों ने बताया कि दोपहर के भोजन में जहर जैसा महक आ रहा था. बच्चों के परिजन व ग्रामीण देखने पहुंच गये. शिक्षकों ने खाने को फेंकवा दिया. ग्रामीण हंगामा करने लगे. किसी तरह स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने शांत कराया. बच्चे भूखे रह गये. गुरुवार को स्थानीय मुखिया लक्ष्मण यादव, वार्ड सदस्य प्रतिनिधि, जदयू पंचायत अध्यक्ष अजय राय, रामाधीन मंडल सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने स्कूल प्रांगण में बैठक कर मामले को लेकर प्रधानाध्यापक से पूछताछ की. ग्रामीणों ने बताया कि खाना में जहर था. प्रधानाध्यापक ने कहा कि मुझे फंसाने का षडयंत्र रचा जा रहा है. मुखिया लक्ष्मण यादव ने कहा कि खाने में जहर नहीं था बल्कि नील था. ग्रामीणों ने कहा कि जहर नहीं था तो खाना क्यों फेंका गया, इस स्कूल में कभी जांच नहीं होती है. उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है. बीइओ बालदेव ठाकुर ने आरोप को सिरे से खारिज कर दिया.उन्होंने बताया कि चावल उबालने के समय नीला पड़ गया जिसके बाद उस चावल को फेंक दिया गया. दोबारा से बच्चों के बीच फ्रेश भोजन परोसा गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

