भागलपुर
टीएमबीयू के पेंशनर संघर्ष मंच व कुलपति प्रो जवाहर लाल के बीच हुए समझौते को 15 दिन बीत चुके हैं. कुलपति ने सात सूत्री मांगों से संबंधित कार्रवाई शुरू करने का आश्वासन बीते सात मई को मंच को दिया था. मंच के सह संयोजक अमरेंद्र झा ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि कुलपति के साथ यह कैसा समझौता हुआ कि 15 दिन बीत गये, पर एक भी फाइल आगे नहीं खिसकी. समझौते के अनुरूप संबंधित सेक्शन के कार्य संस्कृति में सुधार नहीं होने की स्थिति में पेशनर संघर्ष मंच विवश होकर जून के प्रथम सप्ताह में अनिश्चितकालीन घेरा डालो, डेरा डालो सहित आमरण अनशन जैसे कठोरतम संघर्ष करने पर विवश होगा. इसके लिए जिम्मेदार संबंधित सेक्शन सहित कुलपति होंगे. बताया कि टीएमबीयू के पेंशनर संघर्ष मंच के नेतृत्व में 100 से अधिक पेंशनरों ने अपने बकाये भुगतान की मांग पर कुलपति कार्यालय के सामने धरने पर बैठे थे.
विधान पार्षद भी वार्ता में हुए थे शामिल
कुलपति ने विधान पार्षद सह अभिषद सदस्य डॉ संजीव कुमार सिंह की उपस्थिति में पेंशनर संघर्ष मंच के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता की थी. वहीं पेंशनरों के सभी सात सूत्री मांगों पर तत्काल कार्रवाई शुरू करने की बात कही थी. वहीं वार्ता में शामिल तीन प्रतिनिधियों को लंबित मामले का तेजी से निपटाने के लिए प्रतिदिन पेंशन व अन्य सेक्शन के मॉनिटरिंग के लिए भी अधिकृत किया. वर्तमान कुलपति के कार्यकाल में टीएमबीयू के 2600 पेंशनरों में से अधिकांश पेंशनरों के साथ उपेक्षा से आक्रोश बढ़ रहा है.
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