कहलगांव गणपत सिंह उवि में मतदाता जागरूकता अभियान के तहत एनसीसी अधिकारी मो आरिफ हुसैन के नेतृत्व में छात्राओं में चित्रकला प्रतियोगिता हुई. प्रतियोगिता में इकरा खातून प्रथम, अनिशा खातून द्वितीय तथा नाजो खातून ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. स्लोगन प्रतियोगिता में राधिका कुमारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. रंगोली समूह प्रतियोगिता में सपना कुमारी, निधि कुमारी, संध्या रानी, दीक्षा कुमारी, अनू भारती, साक्षी चौधरी ,ममता कुमारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. सभी चयनित प्रतिभागियों को प्रभारी प्रधानाध्यापक विमल प्रसाद मंडल, संजय कुमार, देवानंद कुमार, ललन कुमार, सावित्री कुमारी सहित अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रमाण पत्र देकर उत्साहवर्धन किया. मतदाता जागरूकता अभियान के तहत छात्राएं गांव-गांव, घर-घर में जाकर लोगों को पहले मतदान फिर जलपान का नारा के साथ लोगों को जागरूक करेगी.
रंगोली प्रतियोगिता से मतदाताओं को किया जागरूक
कहलगांव उत्क्रमित उमावि बसकोला में मतदाता जागरूकता अभियान के तहत रंगोली प्रतियोगिता हुई. प्रतियोगिता में शिक्षकों ने बच्चों के माता-पिता व अभिभावकों को शत-प्रतिशत मतदान करने के लिए प्रेरित किया. बच्चों ने मतदाता जागरूकता से संबंधित रंगोली बना अभिभावकों को निर्भीक हो अपने मताधिकार का शत प्रतिशत प्रयोग करने का संदेश दिया. विद्यालय की अंजली भारती, अनुप्रिया कुमारी, नीरज कुमार, अंकित कुमार, अभिषेक कुमार, आयुष कुमार, माही कुमारी, जारा हयात खान, सादिया रहमान, नेहा कुमारी, राखी कुमारी, राबिया खातून, नासरीन नाज सहित अन्य के रंगोली की काफी सराहना की गयी. प्रधानाध्यापक रवि कुमार रजक ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से बच्चों के माध्यम से पोषक क्षेत्र के अभिभावक अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए जागरूक होंगे. मौके पर शिक्षक कुणाल कुमार, चंद्रमोहन कुमार, आनंद कुमार, सुदर्शन कुमार, राजेश कुमार, कमलकांत कुमार, जोसेफ हेम्ब्रम उपस्थित थे.पूर्व सांसद ने सोशल मीडिया पर जताया आक्रोश
पूर्व सांसद अनिल यादव ने अपने फेसबुक अकाउंट पर गोपालपुर विस को जदयू को देने पर तीखी प्रतिक्रिया देते लिखा है कि गोपालपुर विस के कार्यकर्ताओं ने कभी झंडा नहीं ढ़ोया. जिस बेटे ने अपनी जवानी सौंप दी, जिस बूढ़े कार्यकर्ताओं ने अपनी लाठी छोड़ पार्टी का झंडा थामा. जिन महिलाओं ने चूल्हा छोड़ा और बैठक की. आज उनके भरोसे का गला घोंट दिया गया. दर्द इस बात का नहीं कि टिकट किसी और को मिला. दर्द इस बात का है कि हमारे ही नेताओं ने हमारी निष्ठा का सौदा करके, झूठी रिपोर्ट दे हमारे सम्मान का इनकाउंटर करा दिया. गोपालपुर की जनता ने भाजपा को नहीं ठुकरायी. उसे बार-बार उन लोगों ने कुचला, जिनकी कुर्सी को हमारी विजय से डर लगता है. हमने कभी पद नहीं मांगा. बस यही चाहा कि वर्षों की वफादारी को अपमान में नहीं बदला जाय, लेकिन विश्वास रखिये गोपालपुर की मिट्टी चुप रहती है, हारती नहीं. नवगछिया का कार्यकर्ता बदला नहीं लेता, इतिहास लिखता है. समय आयेगा और यह अपमान याद भी रहेगा और उसका जवाब भी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

