गोपालपुर प्रखंड के सैदपुर दुर्गा मंदिर को बाढ़ व कटाव से बचाने के लिए गंगा मैया से ग्रामीण दिन-रात हाथ जोड़ कर गुहार लगा रहे हैं. वृद्ध परमानंद चौधरी हाथ जोड़ कर मिन्नत करते हैं कि हमारे मंदिर को बचाने के लिए जो प्रयास हो सके वह कीजिये साहब. कभी कलकल धारा की तरफ मुड़ कर कहने लगते हैं हमलोगों की जान के साथ मंदिर को बख्श दीजिये गंगा मैया. कहते हैं आठ करोड़ रुपये की लागत से दुर्गा मंदिर को बनाया गया है. पूरे गांव के लोगों ने मिलकर मंदिर का निर्माण कराया. गंगा के पानी के तेज बहाव के चलते मंदिर कटाव के मुहाने पर है. मंदिर का रोड कट गया है. भोला बाबा के मंदिर का कोना झर गया है. मां दुर्गा के मंदिर को बचाने के लिए समूचे इलाके के लोग गंगा मैया से विनती कर रहे हैं. गंगा का पानी भंवरा होकर बह रहा है. पानी में काफी करंट है. अगर इस दिशा में काम नहीं किया गया, तो हमारा मंदिर पानी में समा जायेगा.
ग्रामीण कटाव रोकने के लिए सिर-पैर एक कर चुके हैं
गांव के लोग मंदिर के पास कटाव को रोकने के लिए आठ पेड़ काट कर उस जगह पर डाले हैं. वृद्ध इंद्रदेव कुंवर कहते हैं कि हमलोग मंदिर के पास हो रहे कटाव को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. सांसद, विधायक, मुख्यमंत्री व अन्य जनप्रतिनिधि से प्रार्थना कर रहे हैं कि मंदिर को बचाने के लिए पक्की समाधान करें. जिससे मंदिर बच जाए.
सड़क कट गयी है, मंदिर के पास की मिट्टी बह रही है
प्रसिद्ध सैदपुर दुर्गा मंदिर पर इस समय संकट के बादल मंडरा रहे हैं. गंगा नदी की तेज धारा ने मंदिर के ठीक बगल की जमीन को काटना शुरू कर दिया है. पीछे की ओर जाने वाली सड़क का एक हिस्सा पानी में समा चुका है. जबकि आसपास की मिट्टी भी लगातार बह रही है. ब्रह्मोत्तर बांध से गंगा नदी का पानी प्रखंड मुख्यालय होते हुए सैदपुर दुर्गा मंदिर के निकट पथ निर्माण विभाग की सड़क पर बने पुलिया से होते हुए गंगा प्रसाद धार में जा रहा है. मंदिर के समीप बाढ़ के पानी का दबाव काफी बढ़ जाने से ग्रामीण कार्य विभाग की सड़क कई मीटर में टूट कर ध्वस्त हो गयी है. मंदिर परिसर में दुर्गा मैया की प्रतिमा के सामने ग्रामीण लगातार पूजा-अर्चना और विनती कर रहे हैं कि किसी तरह गंगा और कोसी का जल प्रवाह शांत हो जाए.बाढ़ के कारण सड़क के क्षतिग्रस्त होने के बाद पांच करोड़ रुपये से अधिक की राशि से निर्मित दुर्गा मंदिर को बचाने के लिए फ्लड फाइटिंग लगातार जारी है. एनसी का कार्य लगातार कराया जा रहा है. मंदिर के पास कटाव रोकने का प्रयास जारी है.-शिवचंद्र रजक, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग
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