टीएमबीयू की एक रिटायर्ड महिला प्रोफेसर से साइबर ठगी का मामला प्रकाश में आया है. शातिर साइबर ठग ने चार दिन तक लगातार झांसा देकर महिला प्रोफेसर के खाते से 3.47 लाख रुपए की ठगी कर ली. घटना के बाद महिला प्रोफेसर ने साइबर थाना में केस दर्ज कराया है. महिला प्रोफेसर ने बताया कि उन्हें एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आया था. इसमें कॉल करनेवाले ने बताया कि उनका यूपीआइ अकाउंट चालू नहीं है, जिस कारण उन्हें होल्ड पर रखा गया. महिला प्रोफेसर ने बताया कि मैंने न तो कोई लिंक क्लिक किया, न ही मुझे कोई लिंक भेजा गया. कुछ देर बाद कॉल कट गया. फिर अगले दिन भी इसी तरह से मुझे कॉल किया गया और होल्ड पर रखा गया. मैं बीमार थी, इसलिए ज्यादा ध्यान नहीं दिया. महिला प्रोफेसर ने यह भी बताया कि चार दिनों में उनके खाते से लगातार पैसे की निकासी होती रही. इस दौरान उन्हें मोबाइल पर कोई पैसा निकासी का मैसेज भी नहीं आया. जब उन्हें यह जानकारी मिली कि उनके खाते से पैसे की निकासी हो रही है, तो उन्होंने तुरंत अपना खाता होल्ड करवा लिया. साइबर थाना के अधिकारी मामले की जांच में जुट गये हैं.
क्रेडिट कार्ड ब्लॉक करने की बात कह कर 1.75 लाख की ठगी
मधुसूदनपुर निस्फ अम्बै निवासी ज्योतिंद्र मोहन से क्रेडिट कार्ड ब्लॉक की बात कह कर साइबर ठग ने 1.75 लाख रुपए की ठगी कर ली. पीड़ित युवक ने इस घटना की रिपोर्ट साइबर थाना में दर्ज करायी है. ज्योतिंद्र मोहन ने बताया कि उन्हें एक व्हाट्सएप कॉल आया था. इसमें कॉल करने वाले ने कहा कि उनका क्रेडिट कार्ड ब्लॉक या एक्टिवेट करना है. युवक ने क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक कराने का फैसला किया और शातिर ठग ने उन्हें एक लिंक भेजा. लिंक पर क्लिक कर उन्होंने अपना कार्ड डिटेल भर दिया. इसके बाद, उनके खाते से चार किस्तों में 1.75 लाख रुपये की अवैध निकासी हो गयी. पीड़ित ने तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज करायी. साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. साइबर ठगों से बचने केे लिए किसी भी अनजान मैसेज या लिंक पर क्लिक नहीं करें. किसी भी समस्या के लिए सीधे बैंक से संपर्क करें.
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