—स्टूडेंट को स्किल बेस्ड लर्निंग देने पर लोकभवन का जोर, प्रधान सचिव ने कुलपति को भेजा पत्र
आरफीन जुबैर, भागलपुरटीएमबीयू में कौशल आधारित शिक्षा, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों एवं प्लेसमेंट को प्रभावी बनाया जायेगा, ताकि विद्यार्थियों को उद्योग अनुभव आधारित जानकारी मिल सके. साथ ही इंडस्ट्रीज से टीएमबीयू को एमओयू करने का आदेश दिया गया है. इस बाबत लोकभवन के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चौंग्थू ने टीएमबीयू को पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि नयी शिक्षा नीति को लेकर कौशल आधारित शिक्षा विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है. इसे प्रभावी बनाने के लिए स्किल बेस्ड लर्निंग व व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को व्यवस्थित रूप से लागू करने पर जोर दिया गया है. साथ ही एइडीपी (एप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम) के तहत क्रेडिट फ्रेमवर्क विकसित करना है.विवि के प्लेसमेंट सेल को मजबूत बनाने पर जोर
लोकभवन ने जारी पत्र में विवि को निर्देश दिया कि कॉलेजों व पीजी स्तर पर बीसीए, बीबीए, एमबीए, एमसीए आदि पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं. उन विद्यार्थियों के लिए मजबूत प्लेसमेंट सेल व उद्योग से संबंधित जानकारी जरूरी है. ऐसे में विवि उद्योग व अन्य संस्थानों के साथ एमओयू को बढ़ावा दें.
विवि से उद्योग से संबंधित जानकारी नहीं मिल रही
प्रधान सचिव ने कहा कि विवि से उद्योग से संबंधित जानकारी विद्यार्थियों को नहीं मिल रही है. ऐसे में विद्यार्थी इंटर्नशिप,प्लेसमेंट व रिसर्च जैसे कार्य प्रभावित हो रहा है. कौशल आधारित शिक्षा सह न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत विद्यार्थी हित में विवि प्रशासन को योजना बनाकर काम करने के लिए कहा गया है.कम से कम पांच एमओयू करने पर जोर
विवि प्रशासन से कम से कम प्रत्येक साल पांच उच्च गुणवत्ता वाले राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय उद्योगों सह संस्थानों से एमओयू करने पर बल दिया गया है. कहा गया कि शोध एजेंसियों के साथ-साथ एआई और राेजगारोन्मुखी क्षेत्रों में संपादित किये जाये.
विद्यार्थियों ने कहा, प्लेसमेंट सेल नहीं रहने से होती है परेशानी
विवि के रिसर्च स्कॉलर आशुतोष सिंह तोमर, कुणाल पांडे, पल्लवी कुमारी, सुमित सिंह आदि विद्यार्थियों ने कहा कि टीएमबीयू में बायोटेक, बीसीए , बीएससी बायोकेमिस्ट्री, बीएससी आईटी , बीबीए, ऑफिस मैनेजमेंट जैसे कई वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई होती है. विवि प्रशासन के उदासीन रवैये से व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं का प्लेसमेंट नहीं हो पा रहा है. विवि में प्लेसमेंट सेल पूरी तरह निष्क्रिय है. उन्होंने लोकभवन से आग्रह किया है कि विवि के प्लेस्मेंट सेल को बेहतर व सुचारु बनाया जाये. ताकि यहां के विद्यार्थियों को प्लेसमेंट के लिए यहां-वहां चक्कर नहीं लगाना पड़े.कोट
लोकभवन से आये पत्र को लेकर गंभीरता से काम किया जा रहा है. छुट्टी के बाद विवि खुलने पर प्रभारी कुलपति के मार्गदर्शन में इस दिशा में गंभीरता से काम किया जायेगा. साथ ही उद्योग विभाग व संस्थानों से भी एमओयू पर काम किया जायेगा. ताकि यहां के विद्यार्थियों को प्लेसमेंट के लिए बाहर नहीं जाना पड़े.
प्रो रामाशीष पूर्वे, टीएमबीयूडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

