एसएम कॉलेज में पीजी सत्र 2025-27 सेमेस्टर वन में नामांकन में गड़बड़ी को लेकर कॉलेज के नामांकन कमेटी के समन्वयक ने डीएसडब्ल्यू कार्यालय को जवाब भेज दिया है. उधर, डीएसडब्ल्यू प्रो अर्चना साह ने कहा कि एसएम कॉलेज से जवाब मिला है. चुनाव के बाद विवि नामांकन कमेटी के समक्ष रखा जायेगा. कमेटी जवाब से संतुष्ट नहीं होती है, तो पूरे नामांकन प्रक्रिया की जांच भी करायी जा सकती है.
बता दें कि एसएम कॉलेज में पीजी नामांकन को लेकर अनियमितता की बात सामने आ रही है. नामांकन को लेकर तीन मेधा सूची जारी की गयी थी. इसमें गड़बड़ी सामने आयी थी. कॉलेज प्रशासन ने आननफानन में करीब एक दर्जन छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया था. जबकि मेधा सूची में उनलोगों का नाम शामिल था. दूसरी तरफ ऑन स्पॉट नामांकन में भी पहले आओ, पहले पाओ के तहत नामांकन लिया गया. लेकिन आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं किये जाने की बात सामने आ रही है. इस बाबत विवि प्रशासन के निर्देश पर एसएम कॉलेज प्रशासन से पूरे मामले में समीक्षा के साथ सुधार करते हुए रिपोर्ट मांगी गयी थी.भुगतान की फाइल के निष्पादन में देरी पर इंजीनियर से पूछा गया शोकॉज
टीएमबीयू के न्यू दिनकर परिसर स्थिति परीक्षा भवन में पीजी दर्शनशास्त्र विभाग को अस्थायी रूप से शिफ्ट किया गया है. कई जरूरी कार्य भी कराया गया था. लेकिन भुगतान संबंधित फाइल के निष्पादन में लेटलतीफी पर विवि प्रशासन ने नाराजगी जतायी है. इस बाबत प्रभारी वीसी प्रो विमलेंदु शेखर झा के आदेश पर रजिस्ट्रार प्रो रामाशीष पूर्वे ने विवि इंजीनियर से शोकॉज किया था. उधर, विवि इंजीनियर ने शोकॉज का जवाब रजिस्ट्रार को दे दिया है. उन्होंने अपने जवाब में कहा है किसी भी कार्य के बाद भुगतान के लिए जरूरी प्रक्रियाओं का अनुपालन जरूरी है. इसके लिए तकनीकी प्रक्रिया होना जरूरी है. भुगतान के पूर्व तकनीकी व वित्तीय नियमों की प्रक्रिया जरूरी होती है. नहीं तो ऑडिट के समय परेशानी हो सकती है. जवाब में कहा है कि ऐसी परिस्थिति होने से मानसिक समस्या उत्पन्न होती है. लिखित में कहा है कि भुगतान की फाइल सात नवंबर को ही अग्रसारित कर दी गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

