-बीएयू सबौर में विशेषज्ञों ने बैठक कर की चर्चा
बीएयू में कुलपति डॉ डी आर सिंह की अध्यक्षता में गैर पारंपरिक मखाना उत्पादक राज्यों में सबौर मखाना- 1 के बीज के उत्पादन एवं विस्तार पर चर्चा हुई. इसे मखाना को राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. निर्णय लिया गया कि सबौर मखाना वन के अंतर्गत नौ गैर पारंपरिक मखाना उत्पादक राज्य छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, मणिपुर, उत्तराखंड एवं जम्मू कश्मीर में विस्तार किया जायेगा. बीएयू सबौर द्वारा गुणवत्तापूर्ण बीज की वर्तमान में उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है. जिसे सत्यापित लेवल युक्त बीज श्रेणी में रखा गया है. 255 रुपया प्रति किलोग्राम की दर से बीज उपलब्ध कराया जायेगा. प्रति राज्य औसतन 3 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल होगा. इसकी संपूर्ण जानकारी राष्ट्रीय मखाना बोर्ड कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सचिव अध्यक्ष को प्रेषित की जायेगी. साथ ही सभी राज्यों को नये साल के पहले सप्ताह में इसकी सूचना दी जायेगी.
कुलपति डॉ डी आर सिंह ने कहा कि मखाना पोषण सुरक्षा किसानों की आय वृद्धि तथा कृषि निर्यात की दृष्टि से एक रणनीतिक फसल के रूप मे उभर रहा है. सबौर मखाना वन के माध्यम से बीएयू मखाना को देश भर विस्तारित करने के प्रति प्रतिबद्ध है.
बैठक में अनुसंधान निदेशक डॉ एके सिंह, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एस के पाठक, निदेशक बीज एवं फॉर्म डॉ एम फिजा अहमद सहित विभिन्न कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक, विषय विशेषज्ञ एवं पूर्णिया के अधिकारी उपस्थित थे.
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