गोराडीह सारथ डंडा बाजार पैक्स में धान की खरीद शुरू नहीं होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ गयी है. प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल चुके किसान अब धान बेचने को लेकर संकट में हैं. किसानों का कहना है कि बाढ़ से धान की फसल नष्ट हो गयी थी. जो फसल ऊंची जमीन पर किसी तरह बची, वह सुखाड़ की चपेट में आ गयी. किसानों ने महंगे डीजल पंप से पटवन कर किसी तरह फसल बचायी, जिसमें अतिरिक्त खर्च करना पड़ा. किसानों का कहना है कि जब कड़ी मेहनत और भारी लागत के बाद धान की फसल तैयार हुई. बेचने के समय पैक्स में खरीद नहीं होने से उन्हें बिचौलियों के हाथ औने-पौने दाम पर धान बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है. इससे किसानों को लागत निकालना मुश्किल हो रहा है. किसान शंकर यादव, मंजेश यादव, फंटूश यादव, वीरेंद्र यादव सहित अन्य किसानों ने बताया कि खेती के लिए उन्होंने कर्ज लिया था. अब कम कीमत मिलने से कर्ज की भरपाई कैसे होगी. प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष सारथ डंडा बाजार पैक्स में धान खरीद में कुछ गड़बड़ियां सामने आयी थीं. इस कारण पैक्स को डिफॉल्टर घोषित कर दिया गया है. किसानों की समस्या को देखते हुए सारथ डंडा बाजार पैक्स के किसानों को दूसरे पैक्स से टैग करने की प्रक्रिया चल रही है. टैगिंग की प्रक्रिया पूरी होते ही किसान दूसरे पैक्स में अपना धान बेच सकेंगे. कुछ किसानों ने कहा कि मजबूरी में जब हम लोग बिचौलिए के हाथ धान बेच लेंगे तब अधिकारी हम लोगों को दूसरे पैक्स से टैग करेंगे तो हम लोगों को क्या फायदा होगा. किसानों को उम्मीद है कि जल्द ही प्रशासन कोई ठोस व्यवस्था करे, ताकि उन्हें अपनी उपज का उचित मूल्य मिल सके . .
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