प्रखंड की नवादा पंचायत में मनरेगा मजदूरों को लंबे समय से काम नहीं मिल रहा है, जिससे उनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मजदूरों ने बताया कि मनरेगा के तहत ग्राम पंचायत नवादा में कोई कार्य नहीं हो रहा है. मुखिया वंदना रानी ने मजदूरों के कथन को सही बताते हुए डीडीसी और डीएम को कई बार पत्र लिख कर समस्या समाधान की मांग की है. उन्होंने बताया कि एमआईएस पर नवादा पंचायत का नाम नहीं आने से योजना की एंट्री नहीं हो पा रही है. पौधरोपण, डांढ़ की खुदाई सहित अन्य विकास कार्य बाधित हैं. मुखिया ने मनरेगा पीओ को आवेदन देकर एमआईएस की तकनीकी खामियों को दूर कर तत्काल मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की मांग की है. आवेदन पर मुखिया के साथ तीन दर्जन से अधिक मजदूरों ने हस्ताक्षर किया है. नवादा पंचायत, पुराने अबजूगंज पंचायत से अलग होकर बना है, लेकिन मनरेगा साइट के एमआईएस पर इसका नाम दर्ज नहीं है.पहले भी जिला और विभाग को सूचना दी जा चुकी है, लेकिन अब तक समाधान नहीं हो सका है. मुखिया प्रतिनिधि प्रभाकर मंडल ने बताया कि एक साल से मजदूर को काम नही मिलने से काफी परेशानी हो रही है. मजदूर सिपाई मंडल, सोनेलाल मंडल, पंचानंद कुमार, सिकंदर मंडल, शंकर शर्मा, सुबोध शर्मा, रुपेश कुमार, अनुरंजन कुमार सहित कई मजदूरों ने बताया कि लंबे समय से रोजगार नहीं मिलने से आर्थिक संकट हो गया है. अविलंब समस्या समाधान की गुहार लगायी.
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