विवि के नये सत्र शुरू होने से पूर्व विवि व कॉलेज स्तर पर एंटी रैगिंग कमेटी गठित किया जाये. साथ ही पहले बनायी गयी कमेटी में बदलाव कर नये सिरे से बनाने के लिए कहा गया है. इसे लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से टीएमबीयू सहित राज्य के अन्य विवि में पत्र भेजा है. पत्र में सारा रिपोर्ट यूजीसी के पोर्टल पर ऑनलाइन 30 जून तक अपलोड करने का निर्देश दिया है. साथ ही कहा कि निर्धारित तिथि में रिपोर्ट नहीं भेजे जाने पर विवि का अनुदान भी रोका जा सकता है. उधर, विवि के डीएसडब्ल्यू ने सभी कॉलेजों को पत्र भेजकर एंटी रैंगिग कमेटी बनाने के लिए निर्देश दिया है. साथ ही पूर्व के एंटी रैगिंग से जुड़े मामले को लेकर यूजीसी के पोर्टल पर निर्धारित तिथि के अंदर रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है. वहीं, कॉलेजों के प्राचार्यों ने कहा कि एंटी रैगिंग से जुड़ा कोई मामला नहीं है. कमेटी से संबंधित जानकारी को पोर्टल पर अपलोड कर दिया जायेगा. ———————————– पूर्व कुलपति के निर्देश के बाद नहीं बना एंटी रैगिंग कमेटी – विवि सूत्रों के अनुसार विवि के पूर्व कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने पत्र जारी कर एंटी रैंगिंग कमेटी बनाने का निर्देश दिया था. लेकिन कमेटी नहीं बनायी गयी. जबकि प्रो नीलिमा ने पीजी विभाग के सभी हेड व डीन को भी पत्र लिखा था. इसके बाद विवि के प्रभारी कुलपति बने. लेकिन कमेटी नहीं बन पायी. ———————————————————– नियमावली के आधार पर कमेटी का किया जायेगा गठन – विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार ने कहा कि नियमानुसार एंटी रैगिंग कमेटी का गठन किया जायेगा. इसे लेकर यूजीसी नियमावली को देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रॉक्टर के स्तर से कमेटी का गठन होना है. नियमावली उन्हें भेजा जा रहा है. ताकि कमेटी का गठन कर यूजीसी के पोर्टल पर रिपोर्ट अपलोड किया जा सके.
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