बिहार विधानसभा चुनाव कराने को लेकर टाउन हॉल में मंगलवार को भागलपुर, सुलतानगंज व नाथनगर के सेक्टर पदाधिकारियों को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने ब्रीफिंग की. उन्होंने कहा कि जिन बूथों के लिए सफलतापूर्वक मतदान कराने की जिम्मेदारी दी गयी है, उसका निर्वहन करने के लिए अभी से ही आपको उन मतदान केंद्र के इलाके पर पैनी नजर रखनी होगी. यह पता लगाना होगा कि चुनाव के दौरान कौन-कौन से ऐसे व्यक्ति हैं, जो चुनाव में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं. ऐसे लोगों का नाम चिह्नित कर लें, उस पर लगाम लगाएं. बूथों पर आवश्यक बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराना सेक्टर पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है. डीएम ने कहा कि यह तय कर लेना है कि इसमें कोई कमी तो नहीं रह गयी है. मतदान तिथि के दिन चार बजे सुबह से ही सक्रिय हो जाना है. वहीं 5:30 बजे सुबह से मॉक पोल शुरू कर देना है. मतदान सुबह सात बजे शुरू हो जायेगा. इसके बाद दो-दो घंटे में पीआरओ एप पर कुल मतों की संख्या अपलोड करना है. अगर किसी मतदान केंद्र पर मतदान की गति धीमी है, तो वहां रह कर मतदान की गति में तेजी लाने के लिए उचित कदम उठाना है. संध्या छह बजे तक अगर किसी मतदान केंद्र पर मतदान के लिए लोगों की लाइन लगी हुई है, तो वहां जाकर कतार में लगे मतदाताओं के बीच उल्टे क्रमांक से पर्ची बंटवाकर शीघ्र मतदान करवाना है. पोल्ड इवीएम वज्रगृह में और अनपोल्ड इवीएम वेयर हाउस में जायेगी मतदान के बाद पोल्ड इवीएम को वज्र गृह और अनपोल्ड इवीएम को वेयर हाउस में पहुंचाया जायेगा. जब तक सभी इवीएम का संग्रहण न हो जाये, तब तक सेक्टर पदाधिकारियों की जिम्मेदारी समाप्त नहीं होगी. डीडीसी प्रदीप कुमार सिंह ने भी सभी सेक्टर पदाधिकारियों को ब्रीफिंग की. निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार, भूमि सुधार उप समाहर्ता अपेक्षा मोदी, अपर समाहर्ता दिनेश राम व प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता (विधि व्यवस्था) राकेश रंजन ने भी ब्रीफिंग की.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

