-पीरपैंती दुबौली के दो भाई रमण दुबे व रौनक दुबे ने बड़े पैकेज की नौकरी छोड़ 2017 में शुरू की लेमनग्रास टी व चना-मोरिंगा सत्तू का स्टार्टअप, बांका-खगड़िया के किसानों को भी जोड़ा
दीपक राव, भागलपुरबड़े पैकेज की नौकरी से बेहतर अपना कारोबार है. पीरपैंती दुबौली के दो भाइयों रमण दुबे व रौनक दुबे ने इसे साबित किया है. 2017 में बड़े पैकेज की नौकरी छोड़ लेमनग्रास टी व चना मोरिंगा सत्तू का स्टार्टअप शुरू किया. कोरोना काल में उनके उत्पादों को बेहतरीन अवसर मिला. तीन जिले बांका, भागलपुर व खगड़िया के 500 किसानों को स्टार्टअप में जोड़ा. इससे खुद का 40 लाख रुपये सालाना का कारोबार हुआ और उनसे जुड़े किसानों का प्रतिमाह औसत 1000 रुपये तक आय में बढ़ोतरी हो गयी. इतना ही नहीं उनकी एग्रो-टेक्निक से प्रभावित होकर दो सेलिब्रिटी बॉलीवुड एक्टर नीतू चंद्रा एवं प्रिया पांडेय भी जुड़ गयीं हैं.
किसानों के बाजार की कमी को किया दूर और बनाया लेमनग्रास हर्बल टी एग्रीफीडर ब्रांड
रमण दुबे ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए बताया कि खुद बेंगलुरु से एमबीए करके रियल इस्टेट के स्टार्टअप से जुड़े और 8-10 लाख पैकेज तक की नौकरी की. वहीं उनके बड़े भाई रौनक दुबे चेन्नई से बीई करके हिटाची में आठ लाख के पैकेज पर नौकरी की. नौकरी में मन नहीं रमा और पीरपैंती में किसानों की बदहाल स्थिति को सुधारने का मन हुआ. सरकार की ओर से प्रोत्साहित करके किसानों से लेमनग्रास की खेती करायी गयी, लेकिन उन्हें बाजार नहीं दिया जा सका. जिन स्थानों पर किसान हतोत्साहित थे, उन्हें फिर प्रोत्साहित किया गया. इसके लिए वेल्यू एडिशन करके भंडारण की कमी को दूर किया, इनके उत्पादित सामान को डिमांड वाली सामग्री में बदला. किसानों के बीच अवसर पैदा करने के लिए लेमनग्रास टी और चना-मोरिंगा अर्थात सहजन पत्ती से मिक्स कर सुपर फूड सत्तू तैयार किया. साथ ही लेमनग्रास हर्बल एग्रीफीडर ब्रांड तैयार किया. सत्तू 600 रुपये किलो तक बिक रहे हैं.ई-कॉमर्स के जरिये पूरे देश में हो रही बिक्री, जुड़े बिहार मूल के यूएस बेस्ड इंवेस्टर
रमण दुबे ने बताया कि लेमनग्रास टी के दीवाने तो अब देशभर के लोग हैं. इतनी डिमांड है कि अमेजन, फ्लिपकार्ट, माई स्टोर जैसे ई-कॉमर्स के जरिये बिक्री हो रही है, तो खादी मॉल, दिल्ली कनाट प्लेस के बिहार इंपोरियम व सुपर मार्केट में इन उत्पादों को जगह मिली है. अब बिहार मूल के यूएस बेस्ड के इंवेस्टर जुड़ गये हैं. मई में इंवेस्टर के साथ मीटिंग यूएस में होगी. लोगों की डिमांड के अनुसार छह फ्लेवर में लेमन ग्रास टी व छह फ्लेवर सत्तू तैयार किये गये हैं. आठ वर्षों के संघर्ष ने रंग लाया ओर अब कंपनी का विजन बढ़ गया है. गुड़, कतरनी चावल, परवल पर इनोवेशन शुरू हो गया है. गल्फ कंट्री व यूरोपीय देशों में इन चीजों की काफी डिमांड है. शीघ्र ही भागलपुर कृषि विभाग के तहत राकेश सिंह के नेतृत्व में बने एग्रो प्वाइंट कृषक प्रोडक्ट कंपनी लिमिटेड एफपीओ को साथ जोड़ने की तैयारी है, ताकि बिजनेस को व्यापक किया जा सके. किसानों के हित में बेहतर कार्य होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है