10.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भागलपुर व बांका के सात कॉलेजों को शिक्षा विभाग ने एफलिएशन देने से किया इंकार, जानें कारण व कॉलेजों की सूची

भागलपुर व बांका के सात संबद्ध कॉलेजों को सरकार से संबद्धता प्राप्त करने में निराशा हाथ लगी है. सातों कॉलेजों को शिक्षा विभाग ने संबद्धता नहीं दी. विभाग ने कॉलेजों के संबद्धता प्रस्ताव में कई कमियां गिनाते हुए रिजेक्ट किया है. इस बाबत तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय व कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव को आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है.

भागलपुर व बांका के सात संबद्ध कॉलेजों को सरकार से संबद्धता प्राप्त करने में निराशा हाथ लगी है. सातों कॉलेजों को शिक्षा विभाग ने संबद्धता नहीं दी. विभाग ने कॉलेजों के संबद्धता प्रस्ताव में कई कमियां गिनाते हुए रिजेक्ट किया है. इस बाबत तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय व कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव को आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है.

जिन कॉलेजों को संबद्धता देने से किया गया इंकार

1. आरकेपी उर्फ पप्पू यादव महाविद्यालय, कटोरिया बांका

2. ताड़र कॉलेज, भागलपुर

3. सीएम कॉलेज, बौंसी, बांका

4. एमएसीएसपीवाइ डिग्री महाविद्यालय, ढाका मोड़, बांका

5. सत्यदेव महाविद्यालय, गौरीपुर, बिहपुर, भागलपुर

6. एके गोपालन डिग्री महाविद्यालय, सुलतानगंज, भागलपुर

7. एसएमवीएस संस्कृत महाविद्यालय, नवगछिया, भागलपुर

संबंधन प्राप्त विषय का पत्र ही नहीं भेजा

नवगछिया के श्री महंथ वैदेहीशरण संस्कृत महाविद्यालय के लिए शास्त्री प्रतिष्ठा की पढ़ाई को लेकर साहित्य, व्याकरण, वेद और ज्योतिष विषयों में स्थायी संबंधन देने की अनुशंसा की गयी थी. लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व संबंधन प्राप्त विषय से संबंधित पत्र भेजा ही नहीं गया.

Also Read: बिहार में लॉकडाउन के दौरान लाखों बच्चों ने प्राईवेट स्कूलों से नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में लिया दाखिला, जानें क्या है वजह
निरीक्षण रिपोर्ट में पुस्तकों की उपलब्धता भी नहीं बतायी

बांका के कटोरिया के राजकिशोर प्रसाद उर्फ पप्पू यादव महाविद्यालय से संबंधित निरीक्षण रिपोर्ट में छात्रों व शिक्षकों की संख्या, पुस्तकों की उपलधता, भवन व पर्याप्त सुरक्षा राशि की सूचना ही नहीं दी गयी. इस कॉलेज को स्नातक कला, विज्ञान आर वाणिज्य संकाय में प्रतिष्ठा स्तर के लिए संबद्धता की अनुशंसा की गयी थी.

कॉलेज की जमीन पर डेयरी और मछली का पालन

बिहपुर के गौरीपुर के सत्यदेव कॉलेज की जमीन पर कॉलेज के भवन, छात्रावास और खेल का मैदान होना चाहिए. लेकिन इसके जमीन संबंधी दस्तावेज में जमीन का उपयोग फार्म, फल का बगीचा, डेयरी, मत्स्य पालन, कारपेंटरी आदि के लिए किये जाने का उल्लेख है. इस कॉलेज को स्नातक कला व विज्ञान के प्रतिष्ठा स्तर की संबद्धता देने का अनुरोध किया गया था.

छात्रों व शिक्षकों की संख्या ही नहीं बतायी

सुलतानगंज स्थित एके गोपालन कॉलेज को स्नातक कला संकाय में प्रतिष्ठा स्तर के लिए संबद्धता देने का अनुरोध किया गया था. लेकिन नामांकित छात्रों की संख्या, शिक्षकों की सूचना और विषयवार पुस्तकों की संख्या की सूचना ही नहीं दी.

शिक्षकों व पुस्तकों की उपलब्धता की शर्त पूरी नहीं

बांका के बौंसी स्थित सीएम कॉलेज को वाणिज्य संकाय में प्रतिष्ठा स्तर के लिए संबद्धता देने की अनुशंसा की गयी थी. लेकिन जब विभाग ने इसकी समीक्षा की, तो पर्याप्त सुरक्षा राशि, शिक्षक व पुस्तकों की उपलब्धता से संबंधित शर्त को पूर्ण नहीं पाया गया.

पूर्व में छात्र कितने थे, बताया ही नहीं

ताड़र स्थित ताड़र कॉलेज को स्नातक कला व विज्ञान संकाय में प्रतिष्ठा स्तर लिए संबंधन देने की अनुशंसा की गयी थी. लेकिन समीक्षा में पाया गया कि विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में संबंधन प्राप्त विषयों में छात्रों की संख्या की रिपोर्ट ही नहीं थी. वहीं बांका के ढाका मोड़ स्थित महंथ अयोध्या चंद्रशेखर प्रसाद यादव डिग्री कॉलेज मापदंड अंतर्गत भूमि, पर्याप्त प्रयोगशाला, शिक्षकों की संख्या और प्रस्तावित विषयों में मानक के अनुरूप पुस्तकों की संख्या संबंधी शर्त को पूरी नहीं कर पाया.

ताड़र कॉलेज के प्राचार्य ने कहा

विभाग का निर्णय कहीं से सही नहीं है. एक तरफ सरकार का निर्देश है कि बिना संबधन प्राप्त विषयों में छात्रों का नामांकन नहीं ले सकते हैं. दूसरी तरफ कह रहा है कि उन विषयों में नामांकन छात्रों की संख्या बताये. ये कहां से उचित है.

डॉ प्रदीप सिंह, प्राचार्य, ताड़र कॉलेज

महंत अयोध्या प्रसाद चंद्रशेखर यादव डिग्री कॉलेज के प्राचार्य ने कहा

यूनिवर्सिटी से कुछ आवश्यक कागजात की मांग की गयी थी, जिसे कॉलेज प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराया गया था. बावजूद इसके यूनिवर्सिटी के द्वारा दोबारा कागजात की मांग की गयी है. हालांकि वर्तमान समय में महाविद्यालय की नामांकन व ऑनलाइन प्रक्रिया को चालू सत्र के लिए स्थगित करने का आदेश यूनिवर्सिटी के द्वारा जारी किया गया है. शीघ्र ही कॉलेज प्रशासन द्वारा यूनिवर्सिटी को पूरा दस्तावेज उपलब्ध करा दिया जायेगा.

अवधेश यादव, प्राचार्य, महंत अयोध्या प्रसाद चंद्रशेखर यादव डिग्री कॉलेज, ढ़ाका मोड़

ए के गोपालन डिग्री महाविद्यालय सुलतानगंज के प्राचार्य ने कहा 

कालेज मे कला संकाय मे 16 विषय में स्थायी मान्यता प्राप्त है. विगत वर्ष अभिभावक व बच्चों की मांग पर तीन विषय गणित, सांख्यिकी व एनसियेंट हिस्ट्री में संबद्धता प्रदान करने को लेकर पेपर बढ़ाया गया था. इसमें संबद्धता प्रदान नहीं की गयी है. आगे इस पर विचार विमर्श कर पहल किया जायेगा.

-उमेश प्रसाद, प्राचार्य, ए के गोपालन डिग्री महाविद्यालय, सुलतानगंज

सत्यदेव कॉलेज के प्राचार्य ने कहा 

सत्यदेव कॉलेज के स्नातक कला व विज्ञान में संबद्धता के लिए जो भी कमी बतायी गयी होगी, उसे पूरा करते हुए पत्र भेजा जायेगा.

सुशील कुमार, प्राचार्य, सत्यदेव कॉलेज, गौरीपुर

Posted by: Thakur Shaktilochan

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें