भूमिहीन लोगों के पुनर्वास को लेकर भाकपा-माले की अगुआई में गरीबों-भूमिहीनों का सोमवार से शुरू हुआ अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को भी खरीक प्रखंड कार्यालय के समक्ष जारी रहा. खरीक बीडीओ ने प्रतिनिधिमंडल से वार्ता कर धरना स्थल पर आकर 24 मार्च को सीओ से वार्ता कर गरीबों-भूमिहीनों को वास-आवास देने की प्रक्रिया शुरु करने का आश्वासन दिया. धरना में शामिल सैंकड़ों महिला पुरुष गरीबों-भूमिहीनों ने खरीक प्रखंड कार्यालय से खरीक चौक तक एनएच-31 पर जुलूस निकाला और सभा के साथ अनिश्चितकालीन धरना का दूसरा दिन सम्पन्न हुआ. बिंदेश्वरी मंडल ने कहा कि नीतीश–भाजपा शासन में कल्याणकारी व सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में लूट और धांधली से गरीब परेशान हैं. अब राशन कार्डधारकों की पहचान करने को भी सरकारी तंत्र ने गरीबों से अवैध वसूली का जरिया बना लिया है. मुकेश मुक्त ने कहा कि गरीब को उजाड़ने, उसकी जमीन हड़पने और लैंड बैंक बनाकर उसे विकास के नाम पर कारपोरेटरों को सौंपने के लिए बिहार में जमीन सर्वे कराया जा रहा है. भूमि विवाद को समाप्त करने के बड़े दावे के साथ हो रहा यह जमीन सर्वे नया भूमि संकट लेकर आया है. गौरीशंकर राय ने कहा कि स्मार्ट मीटर ने अलग कोहराम मचा रखा है. सरकार की मदद से बिजली कम्पनी स्मार्ट मीटर से मालामाल हो रही है और जनता बेहाल है. धरना को बिंदेश्वरी मंडल, मुकेश मुक्त, गौरी शंकर राय, रेणु देवी, सुशील कुमार भारती, सत्यनारायण यादव, श्रीमंत शर्मा, सिकंदर यादवेश, बिहारी शर्मा, रामचरित्र यादव ने संबोधित किया. कार्यक्रम में संथाल जी, विनोद मलिक, उमर शेख, मोहन यादव, सुरेन्द्र शर्मा, उर्मिला देवी, कविता देवी, चंदन यादव, सुधा देवी, निर्मला देवी, रिंकू देवी, मंजू देवी सहित अन्य भाकपा माले कार्यकर्ता मौजूद थे.
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