सुलतानगंज प्रखंड कार्यालय परिसर स्थिति नमामि गंगे के सीवरेज सिस्टम प्लांट से अचानक क्लोरिन गैंस का रिसाव होने लगा. जांंच करने रविवार को पटना से एक टीम सुलतानगंज पहुंची. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जांच टीम का गठन कर पूरे मामले की जांच करायी. जांच रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई. जांच टीम ने बताया कि गैस लिकेज टैंक के किंट से हुआ है. गैस टैंक का रिफिलिंग कर लिया गया, अब कोई खतरा नहीं है. जिस टैंक से गैंस रिसाव हुआ है उसको रांची भेजा जायेगा. टैंक की जांच करायी जायेगी. गैस का फिलिंग रांची में ही किया जाता है, इसलिए उसी कंपनी में इसकी जांच करायी जायेगी. रिपोर्ट तैयार कर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दी जायेगी. केन्द्रीय टीम इस घटना की जांच करेगी. प्लांट के केमिस्ट अनिल झा ने जांच टीम को बताया कि अचानक गैस रिसाव होने लगा. टैंक को तुरंत रिफिलिंग कर लिया गया. गैंस रिसाव प्लांट तक ही फैला था, इसलिए किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ.
नौ सौ किलो के टैंक में 25 किलो ही बचा था गैस
प्लांट के मैनेजर ने बताया कि क्लोरिन गैस टैंक की क्षमता नौ सौ किलो है.घटना के समय 25-30 किलो गैस टैंक में बचा था, इसलिए जल्दी काबू कर लिया गया. क्लोरिन गैस जहरीला होता है. टैंक की सुरक्षा के लिए दो शेफ्टी किट आंक्सीजन टंकी है, इसके लिए चार आपरेटर नियुक्त हैं.बड़ी घटना होने से बची
सीवरेज सिस्टम की क्षमता 450 एमएलडी पानी का है. शनिवार देर शाम अचानक आसपास में सूचना फैली कि जहरीला गैस लिकेज हो गया है. आसपास में अफरातफरी मच गयी. गैस रिसाव करीब आधा घंटा बाद काबू कर लिया गया. बड़ी घटना होने से बच गयी. सीवरेज सिस्टम के पास बीडीओ, सीओ सहित कई प्रखंड अधिकारी का आवास है. सीवरेज के सटी दीवार से मवि स्कूल है. गनीमत रही कि घटना के दिन स्कूल व प्रखंड कार्यालय में छुट्टी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है