नप सुलतानगंज में राजनीतिक खींचतान ने शहर के विकास पर ताला जड़ दिया है. अगस्त खत्म होने को है, लेकिन अब तक बजट ही पारित नहीं हो सका. सड़क, नाले और पेयजल आपूर्ति व बोरिंग का काम अधर में लटका है. नगर परिषद में जिम्मेदार आरोप-प्रत्यारोप में ही उलझे हैं. शहर की समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. पार्षद रामानंद पासवान ने बताया कि 2002 से अब तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि अगस्त गुजर जाए और बजट पास न हो. योजनाओं के लिए राशि उपलब्ध है, लेकिन बजट न होने से जनता परेशान है.
नगर विकास एवं आवास विभाग के संयुक्त सचिव ने कार्यपालक पदाधिकारी सुलतानगंज से वित्तीय वर्ष 25-26 का बजट प्राक्कलन उपलब्ध कराने के संबंध में पत्र भेजा है. दो दिनों में प्राक्कलन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.बजट प्राक्कलन उपलब्ध कराने का अनुरोध पूर्व में किया गया था, जो अभी तक अप्राप्त है. बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 84 के तहत बजट प्राक्कलन सशक्त स्थाई समिति, सामान्य बोर्ड की बैठक में प्रत्येक वर्ष 15 मार्च तक पारित कर विभाग को 31 मार्च तक उपलब्ध कराने का उल्लेख है. अभी तक बजट प्राक्कलन उपलब्ध नहीं कराया गया है, जो लापरवाही, कर्त्तव्यहीनता तथा विभागीय कार्यों के प्रति उदासीनता को दर्शाता है.ईओ की अनियमितता व कार्य शैली के विरोध का प्रस्ताव पारित है. पांच सामान्य बोर्ड की बैठक के प्रस्ताव की कॉपी मांग की गयी थी, जो अब तक नहीं मिली है. प्रधान सचिव ने डीएम व मंत्री को उनके द्वारा की अनियमितता की शिकायत की है. पूर्व में बजट की बैठक बुलायी गयी थी, लेकिन बजट प्राक्कलन में कई सुधार की जरूरत है, जो नहीं किया गया था. सुधार के बाद बजट पारित कराया जायेगा.
राजकुमार गुड्डू, मुख्य पार्षद, नप सुलतानगंज.बजट की बैठक नहीं होने से भुगतान में समस्या आ रही है. सभापति बैठक नहीं बुला रहे हैं. पूर्व के बैठक के प्रस्ताव में छेड़छाड़ किया गया है, जिसकी शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग में की गयी है. 12 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन देकर बजट बैठक बुलायी गयी थी. बैठक को सभापति ने त्रुटि बता टाल दिया. पुन ईओ ने सभापति की सहमति से बैठक बुलायी है. उस बैठक को भी सभापति ने त्रुटि बता कर टाल दिया. बार-बार सभापति बैठक को टाल रहे हैं.
नीलम देवी, उप मुख्य पार्षद, नप सुलतानगंज.
बजट को लेकर बैठक बुलायी गयी थी, लेकिन बजट पारित नहीं हो पाया है. इसकी सूचना विभाग को दी जायेगी. बजट पारित करने को लेकर फिर बैठक बुलायी जायेगी. बजट पारित कराने का प्रयास जारी है. बजट पारित होना आवश्यक है. वित्तीय वर्ष में कोई भी खर्च बिना बजट के खर्च करने में कठिनाई है.
मृत्युंजय कुमार, ईओ, नप सुलतानगंज.B
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