वरीय संवाददाता, भागलपुर
बरारी कुक्कुट प्रक्षेत्र के मुर्गे व मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद बचाव के प्रयास जारी हैं. सोमवार को प्रक्षेत्र में जरूरी कदम उठाये गये. प्रक्षेत्र के सहायक निदेशक डॉ शिवेंद्र कुमार ने बताया कि तीन हजार से अधिक मुर्गे व चूजों को मारकर नष्ट कर दिया गया है. 300 से अधिक अंडे का भी डिस्पोजल किया गया. मुर्गियों के पालन में उपयोग हो रहे सामान को भी नष्ट किया गया. पूरे कुक्कुट प्रक्षेत्र को केमिकल से सेनेटाइज किया गया. परिसर में कई बार फॉगिंग भी करायी गयी है. साथ ही प्रक्षेत्र को अगले आदेश तक सील कर दिया गया है. यह सारे उपाय इसलिए किये गये ताकि बर्ड फ्लू का प्रसार न हो.धड़ल्ले से बिक रहे मुर्गे का मांस व अंडे :
बरारी कुक्कुट प्रक्षेत्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बावजूद आसपास के इलाके में धड़ल्ले से मुर्गे का मांस व अंडे की बिक्री जारी है. जबकि प्रक्षेत्र के एक किलोमीटर के दायरे में स्थित सभी मुर्गे व अंडों को नष्ट करने की बात कही गयी थी. बीमारी की रोकथाम को लेकर जिला पशुपालन विभाग की ओर से पॉल्ट्री उत्पाद की बिक्री पर रोक नहीं लगायी गयी.बर्ड फ्लू का कारण इन्फ्लूएंजा वायरस :
जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ हेमशंकर शर्मा ने बताया कि बर्ड फ्लू से बचने के लिए लोग मुर्गे व अंडा खाने से परहेज करें. बर्ड फ्लू का कारण इन्फ्लूएंजा वायरस हो सकता है. जो मुख्य रूप से पक्षियों को संक्रमित करते हैं. लेकिन बीमार पक्षियों के संपर्क में आने से में आने पर यह वायरस मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है. यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है. इसके लक्षण दो से आठ दिनों के भीतर शुरू होते हैं और सामान्य फ्लू की तरह लग सकते हैं. खांसी, बुखार, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, सरदर्द और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. लक्षण में पेट की समस्या व सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. इस बीमारी से मरीज की स्थिति गंभीर भी हो सकती है. एंटी वायरल दवाओं के सेवन से बीमारी से निजात मिलती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है