भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के तत्वावधान में जलज परियोजना अंतर्गत प्रवासी पक्षी दिवस पर बरारी घाट पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ. जलज परियोजना के असिस्टेंट को-ऑर्डिनेटर राहुल कुमार राज ने बताया कि कीट कई प्रवासी पक्षी प्रजातियों के लिए ऊर्जा के स्रोत हैं. फसलों की सुरक्षा के लिए बनाये गये कीटनाशक उन कीटों को नुकसान पहुंचाते हैं जिन पर पक्षी भोजन के लिए निर्भर रहते हैं. ऊर्जा और प्रोटीन से भरपूर कीटों की कमी पक्षियों के प्रवास व प्रजनन में बाधा डाल सकते हैं. कीटों की कमी से इन पारिस्थितिकी तंत्रों के कार्य बाधित होते हैं. हम प्रवासी पक्षियों को छोटे-छोटे कार्य से संरक्षित कर सकते हैं, जैसे कीटनाशकों का कम उपयोग कर प्राकृतिक खेती कर इनका संरक्षण कर सकते है. जैव विविधता का संरक्षण मानव जीवन के लिए आवश्यक है. यह खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है. अंत में सभी ने जैव विविधता संरक्षण व ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने, प्लास्टिक और प्रदूषण को कम करने का संकल्प लिया.
मुखेरिया में सीएम के आगमन की तैयारी जोरों पर, बैजानी में संशय
महिला संवाद व डाॅ आंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम को देखते हुए मुखेरिया में युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है. डीएम सहित जिले के अन्य अधिकारी लगातार गांव में कैंप कर रहे हैं. मुखेरिया में तो कार्यक्रम तय माना जा रहा है, लेकिन बैजानी में कार्यक्रम पर संशय है. शनिवार को डीएम, डीडीसी ने गांव पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया. अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ भी बैठक की, जिसमें मुखेरिया के चेतन कुशवाहा ने मेटल डिटेक्टर वाले प्रवेश द्वार पर पेयजल की सुविधा की मांग की. उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी का समय है और महिलाओं तथा ग्रामीणों के कतारबद्ध रहने की स्थिति में लोगों को प्यास से परेशानी हो सकती है. कतारबद्ध लोगों के लिए पानी का टैंकर उपलब्ध कराने की मांग की, जिसे अधिकारियों गंभीरता पूर्वक लेते हुए पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध कराने को लेकर आश्वस्त किया. कार्यक्रम स्थल पर बैरिकेडिंग, काउंटर व हेलीपैड, गेट आदि बनाने का कार्य चल रहा है. स्थानीय स्तर पर भी अधिकारी लगातार गांव में कैंप कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है