भागलपुर : बिहार के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) के प्रतिनिधियों ने बुधवार को कई मांगों को लेकर प्रधान सचिव से वार्ता की. जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि वार्ता असंतोषजनक रही तथा किसी मांग पर सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला. इससे पहले भी विभिन्न मांगों को लेकर एसोसिएशन की प्रधान सचिव से मुलाकात हुई हैं. डॉक्टरों ने बताया कि कई मांगें की गयी. इनमें आवश्यक बांड को लेकर अनुकुल नियमावली बनाने, एसआर में उम्र सीमा बढ़ाने, पीजी व इंटर्न स्टाइपेंड में संशोधन करने जैसी मांग है.
10 अप्रैल को मांगों को लेकर बिहार व्यापी हड़ताल के दौरान पांच महीनों में कार्रवाई का आश्वासन मिला था, लेकिन इस पर पहल नहीं की गयी. इससे जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन में असंतोष है. जेडीए बिहार के को-ऑर्डिनेटर डॉ रवि रंजन कुमार रमन ने बताया कि पांच दिनों में सरकार हमारी मांगों को लेकर कोई पुख्ता कदम नहीं उठाती है, तो बिहार के सभी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे. मरीजों की किसी कठिनाई की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.
वार्ता में जेएलएनएमसीएच से डॉ विश्वज्योति, पीएमसीएच से डॉ शंकर भारती, डॉ दीपक व डॉ सनी, एनएमसीएच से डॉ रवि रंजन कुमार रमन, डॉ रणविजय, डॉ राहुल, डॉ संजीव, डॉ सौरभ, डीएमसीएच से डॉ राकेश, डॉ रमन, आइजीआइएमएस से डॉ विकास कुमार, एसकेएमसीएच से डॉ अमरनाथ, वीआइएमएस पावापुरी से डॉ सुनील समेत एएनएमसीएच गया, जीएमसी बेतिया के डॉक्टर शामिल हुए.