पटना : सृजन घोटाले में सीबीआइ ने गुरुवार को भागलपुर से बैंक ऑफ बड़ौदा की एक तत्कालीन मैनेजर को गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है कि वह भागलपुर के घंटाघर स्थित बैंक की शाखा में मैनेजर थीं.
हालांकि, सीबीआइ इस मामले में किसी तरह का कोई बयान देने से इन्कार कर रही है. लेकिन, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व बैंक मैनेजर को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ चल रही है. कोर्ट में छुट्टी होने के कारण उनकी पेशी एक दिन की देरी से हो सकती है.
सृजन घोटाले में सीबीआइ ने अब तक चार एफआइआर की हैं, जिनमें से एक एफआइआर में बैंक ऑफ बड़ौदा की घंटाघर ब्रांच की तत्कालीन मैनेजर को भी मुख्य अभियुक्त बनाया गया है. इसके मद्देनजर सीबीआइ ने यह कार्रवाई की है. यह कार्रवाई इतनी गुप्त तरीके से की गयी है कि इसकी कोई भनक स्थानीय पुलिस और अन्य अधिकारियों तक को नहीं लगी है. गिरफ्तारी के बाद इन्हें कहा रखा गया है, इसकी जानकारी किसी अधिकारी तक को नहीं है. विभागीय सूत्रों के अनुसार सीबीआइ ने सृजन घोटाले को लेकर चर्चा में आये भागलपुर के एक बड़े व्यवसायी से भी पूछताछ की है. शुरुआती स्तर पर इनसे सिर्फ पूछताछ ही की गयी है. अब तक इनकी किसी तरह की गिरफ्तारी की बात स्पष्ट नहीं हुई है. वह सृजन सहकारिता समिति के एकाउंटेंट भी हैं. बताया जाता है कि सृजन घोटाले के प्रमुख सूत्रधारों में यह शामिल हैं.