भागलपुर : फेफड़े में सांस की नली और लंग्स के बीच छोटे छोटे टिशू होते है. अगर किसी वजह से यह सिकुड़ता है तो यह दो सौ तरह की बीमारी शरीर में पैदा कर सकता है. कभी मरीज का सांस फूलता हैं तो कभी अन्य रोग उत्पन्न हो जाता है. इस रोग को लेकर पहले कोई खास चिकित्सा प्रणाली नहीं थी, लेकिन आज नवीनतम सुविधा उपलब्ध है. इसको लेकर जेएलएनएमसीएच के मेडिसिन विभाग में सेमिनार का आयोजन शनिवार को किया जायेगा.
उक्त जानकारी देते हुए एपीआइ भागलपुर चैप्टर चैयरमैन डॉ शांतनु घोष ने बताया सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ सुधीर कुमार पटना से आनेवाले हैं. कार्यक्रम का शुभारंभ मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ हेमंत कुमार सिन्हा करेंगे. वहीं मुख्य अतिथि के रूप में डॉ एके पांडे, डॉ एके सिन्हा, अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल, डॉ हेमशंकर शर्मा, डॉ विनय कुमार, डॉ डीपी सिंह समेत शहर के गणमान्य चिकित्सक मौजूद रहेंगे.