भागलपुर : भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने सोमवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पश्चिम बंगाल में चल रहे सीबीआइ व राज्य सरकार विवाद को लेकर पार्टी का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि सीबीआइ पूछताछ करने गयी तो ममता बनर्जी को डर लग गया. यह पहली बार नहीं हुआ है कि सीबीआइ किसी मुख्यमंत्री से पूछताछ करे. जब कांग्रेस की सरकार थी तो योजनाबद्ध तरीके से नरेंद्र मोदी व अमित शाह को परेशान करने की साजिश की गयी. लेकिन, अमित शाह ने सहयोग किया था. उन्हें फर्जी केस में जेल तक जाना पड़ा था. बाद में पाक साफ होकर बाहर निकले. जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे तो सीबीआइ ने 9 घंटे पूछताछ की थी. नरेंद्र मोदी ने सीबीअाइ को सहयोग किया. ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बन गयी तो उनको लगता है कि वह कानून से ऊपर हैं. कानून सबके लिए बराबर है. पहले भ्रष्टाचार के सबूत नष्ट किये गये. जब सीबीअाइ ने सबूत मांगा तो सीबीआइ अधिकारी को हिरासत में लिया गया. सीबीआइ सुप्रीम कोर्ट गयी. कोर्ट ने कहा है कि इसकी जांच की जायेगी. सबूत नष्ट करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा. ममता बनर्जी को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है.
शाहनवाजहुसैनने कहा, ममता बनर्जी ने संघीय व्यवस्था पर हमला किया है. पश्चिम बंगाल में कानून का राज नहीं है. बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या हो रही है. प्रधानमंत्री के पोस्टर पर कीचड़ फेंका जा रहा है. योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर उतरने नहीं दिया जाता है. पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है. कोई भी सरकार राजनीतिक गतिविधि को रोक नहीं सकती है. ममता बनर्जी भ्रष्टाचार पर कार्रवाई को रोक रही है. क्या ममता बनर्जी अपने ऊपर हुए मुकदमे को रोकना चाहती है. ममता बनर्जी ने आर्मी ड्रिल पर सवाल उठाया था. ममता बनर्जी को न सेना, न केंद्र सरकार न सीबीआइ पर भरोसा है. उन्हें सिर्फ बंगाल में लूटपाट कर रही अपने सिंडिकेट पर भरोसा है.
भाजपा नेता ने कहा, मुर्शिदाबाद में बुधवार को हम सभा करने जायेंगे. हम डरने वाले नहीं हैं. राहुल गांधी की बंगाल यूनिट भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही है. राहुल गांधी ममता जी के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं. कांग्रेस दो फाड़ हो गयी है. पूरी स्थिति पर केंद्र की नजर है, राज्यपाल की नजर है, साथ ही देश की नजर है. संवाददाता सम्मेलन में भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय, नभय चौधरी, डिप्टी मेयर राजेश वर्मा, रौशन सिंह समेत कई कार्यकर्ता व पार्टी पदाधिकारी थे.
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