शाहकुंड : डीएम प्रणव कुमार ने गुरुवार को शाहकुंड में प्रखंड-अंचल व आरटीपीएस कार्यालय और स्कूल का निरीक्षण किया. वह पहले मध्य विद्यालय जानीपुर पहुंचे. वहां कक्षा में शिक्षक सुनील मंडल बच्चों को इतिहास पढ़ा रहे थे.
वह बच्चों को हड़प्पा संस्कृति के बारे में बता रहे थे. डीएम ने सुनील मंडल द्वारा पढ़ायी गयी विषय वस्तु से संबंधित सवाल बच्चों से किये, तो कोई भी कुछ नहीं बता पाया. इसके बाद डीएम ने शिक्षक सुनील मंडल से हड़प्पा संस्कृति के बारे में ही पूछा, तो शिक्षक भी कोई जवाब नहीं दे पाये. इससे नाराज डीएम ने बीडीओ को शिक्षक सुनील मंडल का 15 दिनों का मानदेय काटने का निर्देश दिया. 15 दिनों बाद फिर शिक्षक का टेस्ट लेने काे कहा.
बदतर व्यवस्था के लिए एचएम का वेतन स्थगित : डीएम ने स्कूल में ही छात्रों से पोशाक व छात्रवृत्ति की राशि मिलने और बच्चों की उपस्थित की जांच की. स्कूल में शिक्षा की बदतर हालत और गैस चूल्हे पर खाना नहीं बनते देख डीएम ने प्रह्लाद प्रह्लाद पासवान का वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया.
प्रोजेक्ट विद्यालय की छात्रा नहीं बता सकी लोकतंत्र का मतलब : इसके बाद डीएम प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय पहुंचे. वहां उन्होंने नौवीं से बारहवीं कक्षा की चार छात्राओं से पूछा कि देश में लोकतंत्र है या राजतंत्र. छात्राओं ने कहा- दोनों. जवाब सुनकर डीएम अवाक रह गये. उन्होंने प्रधानाध्यापक इरफान को फटकार लगाते हुए शिक्षा का स्तर सुधारने को कहा.
कंप्यूटर खराब पड़े हैं, तो वर्षों से क्या पढ़ा रहे हैं? : डीएम जांच के दौरान कंप्यूटर कक्ष पहुंचे. कक्ष में 11 कंप्यूटर बेकार पड़े देख उन्होंने कंप्यूटर शिक्षक से पूछा- जब कंप्यूटर खराब हैं, तो वर्षों से क्या पढ़ा रहे हैं.
पुस्तकें क्या शोभा की वस्तु हैं?
पुस्तकालय में कुव्यवस्था देख डीमए ने पूछा- क्या ये पुस्तकें शोभा की वस्तु हैं? डीएम ने हॉस्टल की छात्राओं से भोजन, पेयजल सहित अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.