भागलपुर : बिहार के भागलपुर जिले में पति-पत्नी के रिश्ते को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आयी है. रविवार की शाम को अपने बेडरूम में मृत पायी गयी पीजी (अर्थशास्त्र) की छात्रा नेहा कुमारी के मौत के मामले में एक ऐसा सनसनीखेज आरोप जानने को मिला जो बहुत ही दर्दनाक है. सोमवार को पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद नेहा की छोटी बहन द्वारा बतायी गयी कहानी के अनुसार, नेहा को उसके पति द्वारा प्यार के बजाय धोखा मिला. पति के अवैध संबंधों ने नेहा की जिंदगी में ऐसा जहर घोला जो उसकी मौत पर जाकर समाप्त हुई. बहन के आरोपों के अनुसार, उसकी दीदी (नेहा) को दुनियां की नजरों में बांझ साबित करने के लिए उसके जीजा (नेहा के पति) ने शादी के ढाई साल के अंदर तीन बार धोखे से दवा खिलाकर एबार्शन करा दिया. फिर अंतिम में नेहा को जान से मार डाला.
नेहा से झगड़ा करती थी पति की प्रेमिका
नेहा की छोटी बहन सपना ने बताया कि उसकी दीदी नेहा को उसके शादी के रिसेप्शन की रात में ही मालूम हो गया था कि उसके पति दिनेश प्रसाद आजाद का उसकी भाभी की बहन के साथ अफेयर है. आये दिन दिनेश की मासूका उसके फ्लैट पर आकर नेहा से झगड़ा करती थी कि उसका पति व फ्लैट पर उसका हक है. वह दिनेश व फ्लैट को छोड़कर चली जाये नहीं तो उसकी जान चली जायेगी.
ढाई साल में तीन बार नेहा को धोखे से दवा देकर कराया गर्भपात
सपना ने बताया कि उसके पति ने पूरा प्रयास किया कि उसकी पत्नी को कभी बच्चा न हो. इसलिए जब-जब नेहा गर्भवती हुई उसके पति ने उसे धोखे से दवा खिलाकर उसकागर्भपात करा दिया. पहला गर्भपात शादी के छह माह बाद दूध में गर्भपात की दवा मिलाकर पिला दिया था, जिससे उसका गर्भपात हो गया था. इसके बाद नेहा अलर्ट रहने लगी. सपना ने बताया कि उसकी दीदी ने बताया कि उसके पति को जब गर्भपात कराना होता है तो उसे वह बड़े प्यार से दूध, नाश्ता बनाता है और धोखे से खाने-पीने के सामान में गर्भपात की दवा मिलाकर खिला देता है. एक साल पहले भी उसने नेहा को धोखे से खाने में दवा मिलाकर गर्भपात करा दिया था. छह माह पहले भी उसने खाने में गर्भपात की दवा मिलाकर नेहा को खिला दिया था. उस समय उसकी हालत इतनी बिगड़ी थी कि उसे लाजपत पार्क स्थित एक निजी नर्सिंग होम में 24 घंटे के लिए भर्ती कराना पड़ा था.
मोबाइल स्विच ऑफ, बंद खिड़की-दरवाजा बंद कर करता था नेहा की पिटाई
बहन सपना के मुताबिक, उसका जीजा दिनेश आजाद उसकी बहन नेहा को जब मारता था तो फ्लैट के सारे दरवाजे-खिड़की को बंद कर देता था. यहां तक उसका मोबाइल का स्विच ऑफ कर देता था. फिर मुंह में कपड़ा ठूंसने के बाद सीने पर चढ़कर मारता था ताकि उसकी आवाज किसी भी सूरत में कमरे से बाहर न निकले.
रिश्तेदारों का घर तक आना पसंद नहीं था नेहा के पति को
नेहा के साथ उत्पीड़न की घटना घर से बाहर न निकले, इसके लिए नेहा के पति दिनेश प्रसाद आजाद व उसके बड़े भाई मनोज व उसकी पत्नी जूली का व्यवहार के नेहा के रिश्तेदारों के प्रति उपेक्षा व अनादर का भाव लिए रहता था. बुआ शेखा देवी व मामा अजय कुमार ने बताया कि शादी के ढाई साल हो गये थे लेकिन वे लोग दो से तीन बार ही नेहा के घर पर आये. कारण वे लोग जब भी आये नेहा के पति, उसके भाई व भाभी ने अभिवादन का जवाब भी ठीक तरीके से नहीं दिया. यहां तक उन लोगों के प्रति नेहा के ससुरालियों का व्यवहार बहुत ही उपेक्षा व अनादर का रहा.
सहेलियां बोली, बहुत ही मेधावी व सीधी थी नेहा
रविवार को जब नेहा की लाश पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा तो उसे देखने के लिए टीएनबी कॉलेज के पीजी इकोनाॅमिक्स सेकेंड सेमेस्टर के दर्जनों सहपाठी पहुंचे. इस दौरान उसकी सहेलियाें ने बताया कि नेहा बहुत ही सज्जन, सीधी थी. पढ़ाई लिखाई में भी बहुत तेज थी. उसने उन लोगों को कभी भी यह एहसास नहीं होने दिया कि उसकी जिंदगी में इस कदर तूफान आया हुआ है. उसके पास स्कूटी थी लेकिन छह माह के अंदर महज दो बार स्वयं स्कूटी चलाते हुए कॉलेज आयी थी. दो-तीन बार स्वयं उसके पति ने स्कूटी से कॉलेज पहुंचाया था. इसके बाद जब भी वह कॉलेज आयी वह ऑटो से ही आयी.
नेहा का पति नहीं गया जेल, जवारीपुर में पुलिस का छापा, आरोपित मनोज-जूली फरार
इशाकचक इंस्पेक्टर राम इकबाल यादव ने बताया कि नेहा के पति को सोमवार को जेल नहीं भेजा गया. अभी वह थाने के हाजत में रखा गया है. नेहा के पति के बड़े भाई मनोज आजाद व उसकी पत्नी जूली कुमारी की तलाश में जवारीपुर में छापा डाला गया लेकिन वह दोनों वहां पर नहीं मिले. नेहा के परिजनों ने बताया कि मनोज आजाद का एक और घर नाथनगर के भवनाथपुर में है. अगर पुलिस वहां पर छापेमारी करे तो दोनों गिरफ्तार हो सकते हैं.
पटना से आयी एफएसएल टीम, नहीं कर सकी जांच
सोमवार को पटना से एफएसएल (फारेंसिक साइंस लैबोरेट्री) की टीम भागलपुर पहुंची. इशाकचक थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव के साथ भीखनपुर स्थित संप्रति अपार्टमेंट साेमवार को दोपहर बाद साढ़े तीन बजे टीम पहुंची और नेहा के फ्लैट नंबर 101 में प्रवेश की. लेकिन जिस इलेक्ट्रिक वॉयर से नेहा की मौत बतायी जा रही है, उसकी जांच के लिए फिजिक्स एक्सपर्ट न होने के कारण उक्त वॉयर की जांच नहीं हो सकी. ऐसे में मंगलवार को एफएसएल टीम जांच करेगी. फिजिक्स एक्सपर्ट पटना से मंगलवार को भागलपुर आयेगा.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट बोला, नेहा की हत्या की गयी
सोमवार को नेहा की लाश का पोस्मार्टम नौलखा कोठी स्थित पीएम हाउस में हुई. फारेंसिक मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ संदीप लाल की देखरेख में डॉ राजीव कुमार ने पोस्टमार्टम हुआ. रिपोर्ट बता रही है कि नेहा की मौत करंट लगने से नहीं हुई थी. बल्कि उसकी हत्या की गयी थी. उसकी हत्या किये जाने के लक्षण पीएम रिपोर्ट में आ चुकी है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.
व्हाट्सअप मैसेंजर ने खोली नेहा के पति दरिंदगी
नेहा को बांझ बनाने के लिए दिनेश प्रसाद आजाद किस हद तक दरिंदा बन जाता था, ये बात नेहा व उसकी छोटी बहन सपना के बीच एक दिन हुई व्हाट्सअप चैटिंग खोल देता है. प्रस्तुत है 21 नवंबर की अलसुबह ढाई बजे की चैंटिंग का प्रमुख अंश :
नेहा : आमलेट में गर्भपात लगी दवा का फोटाे भेजती है. गौर से देखो, जीजा को मत बताना. किसी को नहीं बताना. ये अंडा ब्रेड है, इसमें दवाई है. जो मेरे लिए बनाये हैं दिनेश जी और हम चुपके से इसका पिक लिये है. किसी को नहीं बताना प्लीज. डिलीट मत करना और किसी को भी नहीं दिखाना.
सपना : कौन दिया था ?
सुबह 8:37 बजे
नेहा : क्या
सपना : कौन मिलाया था दवाई ?
नेहा : जीजाजी बनाये थे. हमको दिये थे. खाने. अब चर्चा नहीं करना इसके बारे में
नेहा के बड़े भाई ने दी मुखाग्नि
नेहा का अंतिम संस्कार सोमवार की शाम करीब साढ़े चार बजे बरारी पुल घाट पर हुआ. इस दौरान नेहा के बड़े भाई ने मुखाग्नि दी.
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