बेतिया. नगर निगम, रेलवे तथा बेतिया राज के द्वारा ई रिक्शा चालकों से कौड़ी के नाम पर शोषण किये जाने का आरोप लगाकर मंगलवार को बेतिया में ई रिक्शा तथा ऑटो का संचालन दोपहर तक पूर्णतः बंद रहा. इस दौरान चालक हड़ताल पर रहे और कलेक्ट्रेट पर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया. सभी शहर में अत्यधिक पार्किंग शुल्क वसूली का आरोप लगा रहे थे. इस दौरान चालकों ने डीएम समेत मेयर को ज्ञापन भी सौंपा. इसके पूर्व चालकों ने नगर भवन से विशाल मार्च निकाला, जो जिला समाहर्ता के समकक्ष जाकर सभा में तब्दील हो गया. सभा की अध्यक्षता संयोजक म. हनीफ ने की. संयोजक म. हनीफ ने बताया कि आज ई रिक्शा चालकों पर तुगलकी फरमान जारी कर के एक ई रिक्शा चालकों से प्रतिदिन 142 रूपये लिया जा रहा है. एक तरफ नगर निगम, रेलवे तथा बेतिया राज के द्वारा तो दूसरी तरफ लगेज का नाम पर मोटी उगाही की जा रही है. शहर के अंदर न ही ई रिक्शा का पड़ाव स्थल है न ही चार्जिंग प्वाइंट है. जिससे ई रिक्शा चालकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. सभा को म शम्मी आलम, लड्डू कुमार, आर्यन कुमार,सीआईंटीयू के जिला महासचिव शंकर कुमार राव, अध्यक्ष विनोद नरूला,खेतिहर मजदूर यूनियन के अध्यक्ष प्रकाश कुमार वर्मा, सचिव प्रभुनाथ गुप्ता, किसान सभा के राज्य के साथी चांदसी प्रसाद यादव, नौजवान नेता सुशील श्रीवास्तव, सीआईंटीयू राज्य कार्यकारिणी सदस्य नीरज बरनवाल ने सम्बोधित किया. प्रदर्शन के बाद एक प्रतिनिधिमंडल मेयर से मुलाकात किया तथा सम्मान पूर्वक वार्ता हुई. उन्होंने कहा कि लगेज का पैसा जो लगता है, वो नहीं लगेगा तथा और सब आप सबों का जो मांग है जिला समाहर्ता से वार्ता कर आपको सूचना जल्द दे दी जाएगी. मौके पर गोपी कुमार, सुरेश कुशवाहा,अजय कुमार, म. वहीद, म सहीम, राजू बैठा, के साथ सैकड़ों ई रिक्शा चालक मौजूद रहे.
धूप में परेशान दिखे राहगीर, चलना पड़ा पैदल
चालकों की हड़ताल की वजह से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा. धूप में लोग अपना सामान लेकर पैदल जाते दिखाई दिये. खासकर ट्रेन और बस पकड़ने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई. हॉस्पिटल जाने के लिए भी वाहन उपलब्ध नहीं था. ऐसे में मरीजों को भी दिक्कत हुई. हालांकि दोपहर बाद वाहन चलना शुरू हुए तो लोगों की दिक्कत खत्म हुई.
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