रामनगर. अब अजीत के निशानी के रूप में हमार पोता प्रिंस ही जिंदा बा. उहो बची की ना कहल मुश्किल बा. पांचों पूजा करे गइल रहले सन..यही कहकर पचरुखिया निवासी फुन्नी राम फफककर रोने लगते है. उनके साथ परिजन भी फुट फूट कर रोने लगते है. पूरे पचरुखिया गांव में मातमी सन्नाटा पसरा रहा. नगर से लेकर गांव में अधिकांश लोग इसी को लेकर चर्चा कर रहे. गौरतलब है कि रामनगर – लौरिया मुख्य मार्ग पर महुई गांव कि मोड के समीप एक दर्दनाक हादसे में पति और दो बच्चों की मौत के बाद मृतक कि पत्नी ने भी रात में गोरखपुर जाने के क्रम में दम तोड़ दिया.
दो साल का बच्चा प्रिंस जख्मी हालत में जीवित है
वही उसका दो साल का बच्चा प्रिंस जख्मी हालत में जीवित है. जिसका इलाज जारी है. मृतक के पिता ने स्थानीय पुलिस को एक लिखित आवेदन देकर बताया है कि उनका बेटा अजीत राम और पतोहु सुनीता देवी अपने तीन बेटों मनु, रितिक और प्रिंस के साथ बाइक से आ रहे थे. तभी एक तेज रफ्तार कार आई 20 रजिस्ट्रेशन नं. डीएल 12सी ई 2989 ने उनको बुरी तरह कुचल दिया. नतीजतन उनके बेटे और दो पोते वही मौत हो गई.
सुनीता की मौत गोरखपुर में इलाज दौरान हुई
जबकि पतोहु सुनीता देवी की मौत गोरखपुर इलाज के लिए जाते समय हो गई. वहीं पोता प्रिंस भी गंभीर स्थिति में इलाजरत है. इसमें चालक बेतिया निवासी रौशन सिंह पिता गणेश सिंह पर लापरवाही से कार चलाने का आरोप है. थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि दुर्घटना में मृतकों के परिजन के आवेदन को यातायात पुलिस भेजा जा रहा है.
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