बेतिया. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की मंत्री रेणु देवी ने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिले के आज यह बड़ा दिन है. जिले में आज चार-चार कार्यक्रम हुए हैं. मछली उत्पादन के क्षेत्र में पश्चिम चम्पारण जिला सहित बिहार राज्य आत्मनिर्भर बन रहा है. अपने यहां की उत्पादित मछलियां बाहर भेजी जा रही है. यहां की मछलियों की डिमांड काफी बढ़ी है. मत्स्य, पशु से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है. चौर आदि का विकास कराया जा रहा है. मंत्री श्रीमती रेणु सोमवार को स्थानीय प्रेक्षागृह में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं थी. इस दौरान मंत्री रेणु देवी व सांसद डॉ संजय जायसवाल ने विभाग की ओर से संचालित कई योजनाओं व आधारभूत संरचनाओं का उद्घाटन तथा शिलान्यास किया. वहीं 300 से अधिक लाभुकों को चेक, मत्स्य विपणन किट, साईकिल-सह-ऑईस बॉक्स व कार्यादेश वितरण भी किया. इस अवसर पर विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई गई. साथ हीं कृषकों से संवाद की गईं. मंत्री रेणु देवी कहा कि मुझे हर्ष के साथ कहना है कि राज्य में वर्ष 2024-25 में मत्स्य उत्पादन 9.59 लाख मीट्रिक टन हुआ है जिसमें पश्चिम चम्पारण (बेतिया) में 38.50 हजार मीट्रिक टन मत्स्य उत्पादन हुआ है. राज्य के विभिन्न जिलों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार राज्य से 39.07 हजार टन मछली देश के प्रमुख शहरों में भेजी जा रही है. इसमें बेतिया से 6.30 हजार मीट्रिक टन का निर्यात हो रहा है. बिहार राज्य देश में मीठे पानी के मछली उत्पादन में चौथे स्थान पर है. सांसद डॉ संजय जायसवाल, विधायक उमाकांत सिंह, नारायण साह ने भी कार्यक्रम में उपस्थित कृषकगण एवं विभागीय पदाधिकारी को अपने अभिभाषण से संबोधित किये. अध्यक्षता कर रहीं विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ एन विजयलक्ष्मी ने कहा कि राज्य में मत्स्य उत्पादन का कारोबार 25 हजार करोड़ का है तथा जिसे 1 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य है. कार्यक्रम का शुभारंभ मत्स्य निदेशक अभिषेक रंजन व पशुपालन निदेशक उज्जवल कुमार सिंह ने स्वागत संबोधन से किया. मौके पर डीडीसी सुमित कुमार, नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी, गव्य निदेशक केदारनाथ सिंह पटना, संयुक्त मत्स्य निदेशक पवन कुमार पासवान, संयुक्त निदेशक, पशुपालन डॉ सुनील ठाकुर, उप मत्स्य निदेशक मुजफ्फरपुर विनोद कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी पियुष रंजन समेत अन्य मौजूद रहे. ———— पशु चिकित्सालय, मछली मार्केट व दुग्ध यूनिट का हुआ शुभारंभ मंत्री रेणु देवी ने हरिवाटिका मत्स्य बीज प्रक्षेत्र पर निर्मित खुदरा मत्स्य बिक्री बाजार का उद्घाटन किया. जिससे जिलें में स्वच्छ एवं ताजी मछलियां आमजन तक उपलब्ध कराया जा सके. साथ हीं कॉम्फेड के तिरहुत दुग्ध संघ के अंतर्गत राज्य सरकार के सहयोग से 10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले 1 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता के अत्याधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र एवं अनुमंडलीय पशु चिकित्सालय बेतिया एवं जिलास्तरीय संसाधन एवं प्रशिक्षण केन्द्र बेतिया का शिलान्यास भी किया. बताया गया कि बेतिया में 1 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता के अत्याधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित होने से सीधा लाभ लगभग 25,000 दुग्ध उत्पादक किसानों को मिलेगा. साथ ही स्थानीय स्तर पर 300 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार और 1,000 से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे. पशु चिकित्सालय के नये भवन बन जाने से पशुओं की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सुगम होगा. —————————– लाभुकों को मंच से मिला योजनाओं का लाभ जिला मत्स्य कार्यालय अन्तर्गत कुल 305 लाभुकों को तालाब निर्माण, मुख्यमंत्री मछुआरा कल्याण योजना के तहत मत्स्य शिकारमाही एवं विपणन किट तथा अनुदान की राशि का डमी चेक दिया गया. इसमें बेतिया अन्तर्गत मत्स्य प्रभाग के 305 कृषकों को अनुदान स्वरूप तहत कुल 121.43 लाख राशि सन्निहित है. पशुपालन निदेशालय के तहत 52 व गव्य विकास निदेशालय के तहत 10 किसानों को कार्यादेश/डमी चेक दिया गया. कॉन्फेड के तहत 05 लाभुकों को आच्छादित किए गये. मुख्यमंत्री मछुआ कल्याण योजना के तहत 250 लाभार्थी को 100 प्रतिशत अनुदान पर मत्स्य शिकारमाही एवं विपणन किट दिया गया. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनांतर्गत साईकिल-सह- आईस बॉक्स का फ्लैग ऑफ कार्यक्रम हुआ.
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