बेतिया. शिक्षा विभाग की निविदा के आधार पर भवन निर्माण से लेकर समर्शेबल बोरिंग और वॉटर स्टेशन आदि का काम करने वाले ठेकेदारों ने सोमवार को जिला शिक्षा कार्यालय में हंगामा करने के बाद शिक्षा भवन के सामने अपने बकाए भुगतान में भारी रिश्वत की मांग के विरोध धरना दिया. दर्जनों की संख्या में पहुंचे ठेकेदारों का कहना था कि विभाग द्वारा पहले काम कर लिया गया.काम आवंटित करने के एवज में कमीशन पहले ही ले लिया गया. कमीशन लेने के बाद जिला कार्यक्रम प्रबंधक उदय कुमार और सौरभ कुमार द्वारा जांच के नाम पर और भी 20 से 25 परसेंट की उगाही का आरोप लगाया.इनका यह भी कहना था कि उगाही के बावजूद अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है. जबकि वित्तीय वर्ष बीत चुका है. ठेकेदारों का कहना था कि एक बार कमीशन देने के बाद बार-बार पीसी की मांग की जाती है.एक काम के लिए कई बार पीसी दी जाएगी.जिस कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होती है. फिर काम के गुणवत्ता को लेकर पेमेंट नहीं किया जाता है. उन्होंने कहा कि 20 तारीख के बाद से ही पेमेंट को लेकर हम दौड़ रहे हैं 25 तारीख के बाद कहा गया कि सीएफएमएस बंद हो गया है.मां कात्यायनी कंस्ट्रक्शन के प्रतिनिधि ने बताया कि 25 फीसदी और 30 फीसदी कमीशन की बात में उलझा कर हम लोगों को रखा गया और 31 मार्च गुजर गया है. आज कहा गया था कि भुगतान हो जाएगा लेकिन आज भी भुगतान नहीं हो पाया.ऐसे भी हम सभी की हालत खराब हो गई है. हमारे तरह के दर्जनभर संवेदक/ठेकेदार दाने-दाने को तरस रहे हैं. उन्होंने बताया कि हम में कई मुस्लिम समाज से आने वाले ठेकेदारों के घर ईद तक ढंग से नहीं मन पाई है. मुनाफे का झांसा देकर हम सबको ठगा गया है. जिससे काफी परेशानी हो रही है. दर्जनों की संख्या में ठेकेदारों ने शिक्षा विभाग के विरोध में नारेबाजी की. 25 तारीख के बाद से सीएफएमएस फेल हो गया था. इसके बाद से भुगतान नहीं हो पाया है. जितना भी काम आवंटित हुआ बताया जा रहा है वह सब पूर्ववर्ती जिला शिक्षा पदाधिकारी के समय का है. इसको लेकर लगाए गए आरोपों की जांच के बाद दोषी पाए गए लोगों पर कार्रवाई का निर्णय किया जाएगा. वास्तविक बकाए के भुगतान की कार्रवाई नए सत्र में की जाएगी. मनीष कुमार सिंह जिला शिक्षा अधिकारी, पश्चिम चंपारण
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