मटिहानी. मनिअप्पा पंचायत के शंकरपुर बखड़ा गांव में महेंद्र दास घर से बखड्डा ठाकुरबारी तक बने सड़क फिर से टूटकर सड़क का एक हिस्सा गड्ढा में चला गया. इस सड़क का वह हिस्सा पूर्व में भी टूट कर बड़ा गड्ढा में तब्दील हुआ था. ग्रामीणों के द्वारा राजेंद्र कुवंर घर के समीप मिट्टी और ईंट का टुकरा डालकर गड्ढा को भरकर सड़क को तत्काल चालू किया गया था. वहीं संयोग बस बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मनिअप्पा पंचायत सरकार भवन के उद्घाटन में एवं प्रगति यात्रा में शामिल होने के लिए आना था. शंकरपुर बखड़ा के लोगों ने प्रखंड मुख्यालय एवं गांव में रैली निकाल धरना प्रदर्शन किया. और आरोप लगाया था कि सभी विकास कार्य मनिअप्पा में ही किया जा रहा है और इस पंचायत के शंकरपुर बखड्डा गांव को अछूत मानकर छोड़ दिया गया है.
आनन-फानन में निर्माण कार्य का हुआ था शुभारंभ
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी अतुल प्रसाद एवं सीओ पृथा अखौरी आदि पदाधिकारी शंकरपुर बखड्डा गांव पहुंचकर ग्रामीणों से वार्ता किया और आश्वासन दिया जो टूटी हुई सड़क है. इसका निर्माण कार्य पंचायत समिति अंश से करवाया जायेगा. आनन फानन में निर्माण कार्य शुभारंभ करने के लिए नारियल फोड़ कर शिलान्यास भी किया गया. योजना की स्वीकृति भी दी गयी. एक दिन उक्त स्थल पर कार्य भी किया गया. उसके उपरांत कार्य बंद हो गया. स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ ग्रामीणों के द्वारा अंचल में शिकायत की गयी कि वह गड्ढा हमारा निजी है, तो गड्ढे में कार्य करने नहीं दूंगा. जिसके कारण कार्य प्रभावित हो गया. हालांकि स्थानीय लोग बताते हैं कि वह गड्ढा किसी रैयत का नहीं है. सरकार का गैर मजरूआ आम जमीन है. लेकिन, प्रशासन के द्वारा इस पर गंभीरता से संज्ञान नहीं लिया गया. जिसके कारण आज तक वह कार्य नहीं हो पाया है। स्थानीय लोग बताते हैं अगर प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी इस कार्य के प्रति संवेदनशील होते तो कब का यह सड़क और उसके बगल से बनने वाली सुरक्षा दीवार का निर्माण हो गया होता और राहगीरों को चलाने में सुविधा होती.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है