बेगूसराय. आरसीएस कॉलेज मंझौल परीक्षा केंद्र पर विगत दो वर्षों से छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिका के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा था. विगत वर्ष स्नातकोत्तर 22-24 चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा के दौरान छात्रा दीपा कुमारी एवं छात्र प्रहलाद कुमार की उत्तर पुस्तिका के प्रथम पेज को फाड़ा गया एवं बाकी सभी पेज के उत्तर को पेन से काट दिया गया. परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद जब यह मामला उजागर हुआ और उत्तर पुस्तिका निकलवाया गया तो यह बात सामने आयी. इसके बाद मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति ने एक पांच सदस्य कमेटी बनाकर इस मामले की जांच की. जांच में अंग्रेजी विभाग के अतिथि शिक्षक रवि रत्नेश दोषी पाए गए एवं उन्हें सेवा से मुक्त कर दिया गया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस मामले को लेकर विगत 4 महीने से आंदोलनरत थी. विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने यह कहा है कि प्रत्येक परीक्षा में यहां कुछ शिक्षकों के द्वारा उत्तर पुस्तिका के साथ जबरन छेड़छाड़ किया जाता है जिनका नाम सामने आ चुका है. वैसे लोगों पर कार्रवाई प्रारंभ हो गयी है. इसलिए हम ऐसे शिक्षकों से यह कहना चाहते हैं की आप संभल जाएं, अन्यथा छात्र-छात्रा यदि आंदोलन पर उतारू हो जाएं तो आपकी सेवा समाप्त हो सकती है. यह बिल्कुल ही अनैतिक एवं शैक्षणिक अत्याचार भरा कार्य है जो एक शिक्षक को शोभा नहीं देता है.
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