बेगूसराय. बिहार में साइक्लोन मोन्था का असर से जिले में लगातार हवा के साथ हो रहे रिमझिम-रिमझिम बारिश के कारण पूरा जनजीवन ही अस्त व्यस्त हो गया. सभी सड़कें कहीं किचकिच हो चुकी है और सड़कों के गढ्ढे में पानी जमाव हो गया है.ठंढ में भी अचानक बढ़ोत्तरी हो गयी है. वृद्ध और छोटे बच्चों को गर्म इनर कपड़े पहनते देखा गया.वहीं लोग घरों से फूल बाजू की शर्ट व छाता लेकर निकलते देखें गये.बारिश का बाजार पर भी गहरा प्रभाव पड़ा है. औसतन लोग घरों से कम ही निकले.आवश्यक कार्यवश ही लोगों ने निकलना मुनासिब समझा. बारिश के कारण अधिकतम तापमान भी तीन डिग्री सेल्सियस लुढ़क गयी.शुक्रवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गयी. मौसम विभाग ने भी अगले 24 घंटे के लिये अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार 24 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है थी. इसके साथ ही अगले तीन दिनों तक कुछ ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है. इस दौरान बिजली चमकने और ठनका गिरने की भी चेतावनी है. तीन नवंबर के बाद ही मौसम सामान्य होने की संभावना जताई गयी है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश बंद होने के बाद भी कुछ दिनों तक मौसम में नमी रह सकती है.नवंबर के पहले मध्य सप्ताह से धीरे-धीरे तापमान में गिरावट हो सकती है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी हो सकती है जिसके कारण बिहार में पारा गिर सकता है. इसके साथ ही शीतलहर जैसी स्थिति भी बन सकती है. ऐसे मौसम को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की गयी है.
जिले के किसानों के लिए बहुत लाभदायक है बारिश
दो दिनों की बारिश से किसानों में प्रसन्नता छा गयी है. जिले में रबी की खेती प्रमुखता से किसान करते हैं. एक लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर रबी की खेती की जाती है. इसमें 60-65 हजार हेक्टेयर में गेंहू की खेती तथा तेलहन व अन्य फसल उगाए जाते हैं. कृषि विशेषज्ञ अशोक कुमार महाराज ने बताया कि हो रहे बारिश के कारण खेतों में नमी आ गयी है. अब किसान आलू और सरसों का फसल बोना आरंभ कर देंगें वहीं गेंहू की फसल बोने के लिए किसानों को खेत तैयारी करने भी हो रहे वर्षा काफी लाभकारी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

