बीहट. कलम के मजदूर नाम से प्रसिद्ध क्रांतिकारी कविवर रामावतार यादव शक्र के 111वें जयंती समारोह के आयोजन को लेकर रविवार को शक्र साहित्य उत्थान समिति के सदस्यों एवं ग्रामीणों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मुखिया रामानुज सिंह ने की. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कविवर शक्र की 111वीं जयंती एक फरवरी को उनके पैतृक गांव रूपनगर में भव्य रूप से मनायी जायेगी. बैठक में बताया गया कि जयंती समारोह के अवसर पर सबसे पहले रूपनगर स्थित कविवर शक्र की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जायेगा. इसके बाद कार्यक्रम को दो सत्रों में आयोजित किया जायेगा. प्रथम सत्र में राजनीतिक एवं प्रशासनिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जबकि दूसरे सत्र में साहित्यिक संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा. बैठक में जयंती समारोह से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये. इस अवसर पर एक स्मारिका का विमोचन किया जायेगा. साथ ही कविवर शक्र के पैतृक गांव रूपनगर दुर्गा स्थान स्थित शक्र स्मारक की मरम्मत कराये जाने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा कसहा, बरियाही, चानन, बिंदटोली, चकिया समेत मल्हीपुर चौक तक विभिन्न स्थानों की दीवारों पर शक्र की प्रसिद्ध कविताओं का लेखन कराया जायेगा, ताकि उनकी साहित्यिक विरासत को जन-जन तक पहुंचाया जा सके. बैठक के दौरान कविवर शक्र के पौत्र कृष्ण नंदन यादव ने शक्र स्मारक निर्माण के लिए दो कट्ठा जमीन राज्यपाल के नाम करने की घोषणा की, जिसका उपस्थित लोगों ने स्वागत किया. बीहट नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार ने जयंती समारोह में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और हरसंभव सहयोग देने का भरोसा दिया. मौके पर साहित्यकार प्रवीण प्रियदर्शी, पंसस वकील रजक, राहत रंजन, केदारनाथ भास्कर, मुलानंद, बिकेश कुमार, राहुल कुमार, मुन्ना कुमार समेत कई अन्य लोग उपस्थित थे.
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