नावकोठी. प्रखंड के सभी प्राइमरी मिडिल एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा हेतु सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बच्चों एवं किशोर किशोरियों के व्यक्तिगत स्वच्छता, माहवारी स्वच्छता,घर परिवेश की स्वच्छता, शौचालय, पानी, रसोईघर की स्वच्छता के बारे में जानकारी दी गयी. लड़कियों के माहवारी के दौरान की स्वच्छता, दांतों की सफाई, हाथ नाखूनों की स्वच्छता, हाथ धुलाई के फायदे, खुले में शौच के खतरे तथा मल का सुरक्षित निपटान के संदर्भ में जानकारी दी गयी. फोकल शिक्षक ने बताया कि हाथ धुलाई खाना खाने से पहले और खाने के बाद शौच से आने के बाद, भोजन बनाने से पूर्व और बाद हाथ को साबुन से धोना चाहिये. अक्सर लोग हाथ नहीं धोते हैं. जिसके कारण बच्चों में निमोनिया, सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, कोरोना जैसी संक्रामक बीमारी होने का खतरा बना रहता है. खुले में शौच करने से हमारे वातावरण में खतरनाक विषाणु फैल जाते हैं, यह आसपास के वातावरण को दूषित करते हुए कई संक्रामक बीमारियों को जन्म देती है. सरकार ने संपूर्ण देश में अभियान चलाकर लोगों को खुले में शौच से होने वाले खतरे से अवगत कराया. लोगों को सुरक्षित तरीके से शौचालय का उपयोग करने की जरूरत पर बल दिया. बच्चों के इधर-उधर मल त्याग तथा खुले में शौच के बाद यत्र तत्र मल को नहीं फेंकना चाहिये. इस पर बैठने वाली मक्खी से फैलने वाले कई संक्रामक बीमारी को जानकारी दी. ग्रीष्मावकाश के दौरान बच्चों को हजार्ड हंट की पहचान कर उससे निबटने की भी जानकारी दी गयी. मौके पर फोकल शिक्षक कन्हैया कुमार, सरोज महतो, नीरज कुमार गौतम, संजीत महतो, धर्मशील कुमार, ललन पासवान, देवेंद्र पासवान, रंधीर कुमार, शंभू महतो आदि मौजूद थे.
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